मुंबई सेंट्रल स्टेशन के करीब ही है वह मशहूर मराठा मंदिर, जहां निर्देशक आदित्य चोपड़ा की फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' ने मंगलवार को रिलीज के 25 साल बाद भी लगे रहने का रिकॉर्ड बनाया। लेकिन, आसपास दौड़ते भागते लोगों से इस फिल्म के बारे में दो पल रुककर बात करने का वक्त भी मुश्किल से ही मिला। थिएटर के मैनेजर मनोज देसाई खुद इस बारे में कोई बात नहीं करना चाहते और न ही उनके कर्मचारियों को कुछ बोलने की अनुमति है। 'डीडीएलजे' का बोर्ड लगा हुआ है। उसके हफ्तों की गिनती बदलते रहने के लिए संतोष नाम का सुरक्षाकर्मी भी तैनात है। वह ये काम पिछले 10 साल से कर रहे हैं। जब उनसे यह पूछा गया कि हफ्ते बदलना तो ठीक है लेकिन 'डीडीएलजे' देखने वाले हफ्ते में औसतन लोग कितने आते होंगे? तो जवाब मिला दो सौ से ढाई सौ।