जीवन रस समझाती फिल्म
26 सितंबर 1974 को रिलीज हुई फिल्म ‘आविष्कार’ उन सभी दंपतियों को जरूर देखनी चाहिए जिनके जीवन के नमक से आयोडीन उड़ चुका है, मतलब जिनके जीवन में रस नहीं बचा है। सिनेमा और सिनेमावालों को कोसने का इन दिनों फैशन सा है। लेकिन, ये सिनेमा ही है जो कई बार इसके दर्शकों को जीने का दर्शन सिखा जाता है। ये उन दिनों की बात है जब मिथुन चक्रवर्ती और पद्मिनी कोल्हापुरे की फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ रिलीज हुई थी। फिल्म ने शादीशुदा जोड़ों पर बड़ा असर डाला। कैसे छोटी छोटी गलतफहमियों से परिवार बिखर जाते हैं, इस फिल्म में दिखाया गया और इस फिल्म का असर ऐसा कि फैमिली कोर्ट के एक मजिस्ट्रेट ने तलाक के लिए अपने सामने पहुंचे दंपती को पहले ये फिल्म देखकर आने को कहा। और, कहा कि उसके बाद भी तलाक चाहिए तो तुरंत दे दिया जाएगा। दोनों ने फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ देखी और दोनों लौटकर वापस अदालत नहीं आए। फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ के दंपती की दिक्कतों के कारण बाहरी और भौतिक ज्यादा थे, जिस फिल्म ‘आविष्कार’ की मैं बात कर रहा हूं, उसके कारण मानसिक थे। शादी की सालगिरह पर ही दंपती के बीच अविश्वास की दीवार आ गई है। दोनों के बीच की ऊष्मा की जगह रिश्तों की ठंडक ने ले ली है और इस दंपती के रोल में राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर ने कमाल का काम किया है।
26 सितंबर 1974 को रिलीज हुई फिल्म ‘आविष्कार’ उन सभी दंपतियों को जरूर देखनी चाहिए जिनके जीवन के नमक से आयोडीन उड़ चुका है, मतलब जिनके जीवन में रस नहीं बचा है। सिनेमा और सिनेमावालों को कोसने का इन दिनों फैशन सा है। लेकिन, ये सिनेमा ही है जो कई बार इसके दर्शकों को जीने का दर्शन सिखा जाता है। ये उन दिनों की बात है जब मिथुन चक्रवर्ती और पद्मिनी कोल्हापुरे की फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ रिलीज हुई थी। फिल्म ने शादीशुदा जोड़ों पर बड़ा असर डाला। कैसे छोटी छोटी गलतफहमियों से परिवार बिखर जाते हैं, इस फिल्म में दिखाया गया और इस फिल्म का असर ऐसा कि फैमिली कोर्ट के एक मजिस्ट्रेट ने तलाक के लिए अपने सामने पहुंचे दंपती को पहले ये फिल्म देखकर आने को कहा। और, कहा कि उसके बाद भी तलाक चाहिए तो तुरंत दे दिया जाएगा। दोनों ने फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ देखी और दोनों लौटकर वापस अदालत नहीं आए। फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ के दंपती की दिक्कतों के कारण बाहरी और भौतिक ज्यादा थे, जिस फिल्म ‘आविष्कार’ की मैं बात कर रहा हूं, उसके कारण मानसिक थे। शादी की सालगिरह पर ही दंपती के बीच अविश्वास की दीवार आ गई है। दोनों के बीच की ऊष्मा की जगह रिश्तों की ठंडक ने ले ली है और इस दंपती के रोल में राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर ने कमाल का काम किया है।