सावन का आखिरी संडे भी आ गया और उम्मीद है कि आपका पिछला हफ्ता शानदार बीता होगा। अगर कुछ ऊंच नीच रह गई तो परेशान मत होइए क्योंकि अगर आपकी कहानी की हैप्पी एंडिंग नहीं हुई तो अभी एंडिंग होना बाकी है। जीवन भी कुछ कुछ सिनेमा जैसा ही है। कोई है जो हमारे आपके किरदारों की डोर थामे है। इंटरवल तक कहानी कैसी भी आड़ी तिरछे भागे लेकिन इंटरवल होते ही सब किरदार संभल जाते हैं और फिर चल पड़ते हैं उधर जहां उनको खुद जाना है। आप भी कोरोना काल को जीवन का इंटरवल समझिए, पढ़िए इन छह बेहतरीन हिंदी फिल्मों के दिलचस्प किस्सों के बारे में और नया हफ्ता शुरू कीजिए, बिल्कुल नए अंदाज और नए विचारों के साथ।