गोरखपुर शहर के एक डॉक्टर अगस्त माह में पॉजिटिव हुए थे। 10 से 15 दिनों के अंदर वह ठीक हो गए। इसके बाद वह अक्तूबर माह में फिर से संक्रमित हो गए। इस बीच उन्होंने एंटीबॉडी की जांच कराई तो पता चला कि उनके अंदर एंटीबॉडी बनी ही नहीं। ऐसे में उन्हें 20 से 25 दिन हो गए ठीक होने में। दूसरी बार संक्रमण के दौरान उन्हें कमजोरी और हाथों में झनझनाहट की शिकायत होने लगी।