रविवार को बतौर दंडाधिकारी सीएम योगी जो भी फैसला सुनाया, वह अंतिम व सर्वमान्य रहा। बाद में सभी योगेश्वरों को अंग वस्त्र व दक्षिणा देकर विदा किया गया। देश-दुनिया में नाथ पंथ के जितने भी अनुयायी हैं, उन सबके मुखिया गोरक्षपीठाधीश्वर होते हैं। अनुयायियों की जो भी समस्याएं होती हैं उनका समाधान गोरक्षपीठ यानी गोरखनाथ मंदिर में होता है।