जानकारी के अनुसार, पूर्वोत्तर रेलवे में छपरा से गोरखपुर होकर बाराबंकी तक डबल डिस्टेंट सिग्नल के लिए केबिल बिछाने और तकनीक को दुरुस्त करने के लिए एजेंसी तय कर दी गई है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। अभी एक सिग्नल होने से ड्राइवर स्पीड को नियंत्रित करके चलाते हैं। इसके चलते ज्यादातर ट्रेनें अपनी पूरी गति से नहीं चल पाती हैं। दो होम सिग्नल होने से ड्राइवर पहले से ही सतर्क रहेंगे। एक-एक किलोमीटर की दूरी पर ये सिग्नल लगेंगे। पहला सिग्नल बताएगा कि आगे का रास्ता क्लियर या व्यस्त है। दूसरा सिग्नल आने वाले स्टेशन की जानकारी देगा। सिग्नल के मुताबिक ड्राइवर ट्रेन को संचालित कर सकेंगे। स्टेशन आने के पहले दो बार संकेत मिलेगा। इससे जहां समय की बचत होगी वहीं हादसे की गुंजाइश न के बराबर रहेगी।