करीब ढाई दशक पहले देश से लेकर विश्व तक में गोरखपुर की पहचान भले ही नकारात्मक रही हो मगर पिछले तीन-चार सालों से यह शहर विकास के लिए जाना जाने लगा है। साल 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने दो साल बाद 2016 में ढाई दशक से बंद खाद कारखाना के जरिए विकास की नींव डाली, जिसे 2017 से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार रफ्तार देने का काम कर रही है।