उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां अपनों की मिलीभगत से तहसील कर्मियों द्वारा सरकारी अभिलेखों में ‘कत्ल’ कर दिए गए भक्साफाफी गांव के रामकृष्ण हरिदास, घूम-घूमकर सरकारी अधिकारियों को अपने जिंदा होने का सुबूत दे रहे हैं, मगर कोई सुनने को तैयार नहीं। वे बेहाल, कहते हैं, अब योगी बाबा का सहारा है, हम मंदिर में जाकर गुहार करेंगे, कोई नहीं सुन रहा, योगी जी सुनो! हम जिंदा हैं। ऐसे ही 72 वर्षीय जियाऊ के ‘कत्ल’ के मामले में जांच तो शुरू हो गई है, मगर वो कब जिंदा हो पाएंगे और कब ‘कातिल’ दंड पाएंगे पता नहीं।