अमूमन 60 या 70 के दशक में पैदा हुए बच्चों को घर पर मार बहुत पड़ी है, आपके पिता आपके लिए कितने सख्त रहे?
हरियाणा के खरकड़ा गांव में मेरे माता पिता रहते हैं। सेवानिवृत शिक्षक हैं दोनों। मेरे पिताजी भी बाहरी तौर पर बहुत सख्त दिखते थे। उस वक्त का समाज ऐसा था कि पिता कभी नहीं बोलता कि बेटा बहुत अच्छा कर रहा है। हमारे पिता बेटों के साथ बहुत जल्दी खुलते नहीं हैं। बेटियों को वे फिर भी बोल देंगे लेकिन बेटों के साथ वह खुलते नहीं हैं। तो इस किरदार की तैयारी में मुझे अपने पिता की शख्सीयत का काफी फायदा मिला। मैंने इस किरदार के लिए अपने पिता दयानंद अहलावत का चलने का तरीका अपनाया है।
हरियाणा के खरकड़ा गांव में मेरे माता पिता रहते हैं। सेवानिवृत शिक्षक हैं दोनों। मेरे पिताजी भी बाहरी तौर पर बहुत सख्त दिखते थे। उस वक्त का समाज ऐसा था कि पिता कभी नहीं बोलता कि बेटा बहुत अच्छा कर रहा है। हमारे पिता बेटों के साथ बहुत जल्दी खुलते नहीं हैं। बेटियों को वे फिर भी बोल देंगे लेकिन बेटों के साथ वह खुलते नहीं हैं। तो इस किरदार की तैयारी में मुझे अपने पिता की शख्सीयत का काफी फायदा मिला। मैंने इस किरदार के लिए अपने पिता दयानंद अहलावत का चलने का तरीका अपनाया है।