शासन की ओर से जारी शादी समारोह की नई गाइडलाइन का कैटरर्स और टेंट कारोबारियों पर व्यापक असर पड़ा है। कारोबारियों का कहना कि समारोह में 100 लोगों की संख्या तय करने से करीब 50 फीसदी का नुकसान उठाना होगा। दरअसल, घराती और बराती की संख्या कम होने से शादी पंडाल का आकार भी छोटा और खाने वालों की तादाद भी कम हो गई। लखनऊ आदर्श टेंट एवं कैटरर्स व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कुमार और महामंत्री रितिक जायसवाल ने बताया कि औसतन एक कैटरर्स को प्रति शादी एक लाख और टेंट कारोबारी को 50,000 का नुकसान होगा। कैटरर्स में किसी का 75,000 तो किसी का बजट सवा लाख रुपये तक कम होने का अनुमान है। विजय कुमार ने बताया कि 17 दिन की सहालग में अनुमानित 35,000 शादियां होनी है। जिनमें से करीब 20,000 शादियां तो खुले में होंगी।