दिव्य दीपोत्सव पर रामनगरी में सदियों बाद त्रेतायुग जैसी भव्यता और उल्लास जीवंत होती दिख रही है। लंका विजय कर घर लौटे प्रभु राम के आगमन की खुशी में जलाई गई दीपों की माला और घर-घर हुई सजावट ने विश्व को दिवाली जैसा पावन पर्व दिया था। इस बार श्रीराम की जन्मभूमि पर सदियों की प्रतीक्षा के बाद शुरू हुए भव्य राममंदिर निर्माण ने बुधवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय दिव्य दीपोत्सव की खुशी को अनंत गुना बढ़ा दिया है। इस बार दीपोत्सव पर राम की नगरी अयोध्या 5 लाख 51 हजार दीपों से जगमगाएगी और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अयोध्या अपना नाम दर्ज कराएगा।