वनवास के बाद भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में त्रेतायुग जैसी दिवाली मनाने की परंपरा योगी सरकार ने 2017 में शुरू की थी। तब से दीप जलाने का हर साल नया रिकॉर्ड बनता आ रहा है। राममंदिर के लिए भूमि पूजन होने के बाद इस बार दीपोत्सव को लेकर खासा उत्साह है इसलिए दीपोत्सव में एक नया रिकॉर्ड भी बन सकता है। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते दीपोत्सव का स्वरूप क्या होगा, भीड़ को किस तरह नियंत्रित किया जाएगा, इसको लेकर प्रशासन ने अभी कोई तैयारी नहीं की है।