कुत्तों को डांटने पर जब वे मासूम सा चेहरा बना लेते हैं तो हमे लगता है उन्हें अपनी गलती का अहसास है। लेकिन ऐसा होता नहीं क्योंकि विशेष5 कहते हैं कि कुत्तों को अफोसस नहीं होता। न्यू सॉर्क के बारनार्ड कॉलेज की एलेकजैंड्रा होरोविट्ज कहती हैं कि डांटने पर हर कुत्ते को देख कर लगता है कि उसे अफसोस है। बल्कि जिन कुत्तों को उनकी गलती न होने पर भी डांटा गया उनमें और ज्यादा अफसोस दिखा। लेकिन ऐसा हम इंसानों को ही लगता है, होता नहीं।