हिंदी पंचाग के अनुसार 1 दिसंबर से भगवान कृष्ण का प्रिय मार्गशीर्ष (अगहन) माह लग चुका है। इस मास का महत्व बताते हुए श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कि मार्गशीर्ष माह उनका ही स्वरुप है। मान्यता है कि इस महीने में पवित्र नदियों में स्न्नान और श्रीकृष्ण या उनके किसी भी अवतार की पूजा-सेवा करने से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट होकर सुख-सौभाग्य मिलता है। अगहन मास में जप, तप, ध्यान करना शीघ्र फलदाई माना गया है। भगवान केशव की इस माह में पुष्पों से पूजा करना बहुत पुण्यदायी है। वैसे तो भगवान श्री कृष्ण की पूजा में कभी भी कोई भी पुष्प अर्पित किया जा सकता है लेकिन पदम् पुराण के अनुसार किस मास में किन-किन फूलों का भगवान की पूजा में उपयोग करना लाभकारी है।