ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है। जब सूर्य चंद्रमा और पृथ्वी एक ही सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है, तब चंद्रग्रहण लगता है। 30 नवंबर को लगने वाला चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा। चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन लगता है। उपछाया चंद्रग्रहण में चंद्रमा पर पूरी तरह से पृथ्वी की छाया नहीं पड़ती है, चंद्रमा का कुछ ही भाग छिपता है। जिससे केवल चंद्रमा की रोशनी कुछ मंद हो जाती है। खगोलीय घटना होने के साथ ग्रहण का धार्मिक महत्व भी माना गया है। जानते हैं ग्रहण लगने की पौराणिक कथा और समय