पुण्येन जायते पुत्रः पुण्येन लभते श्रियम् । पुण्येन रोगनाशः स्यात सर्वशास्त्रेण सम्मतः ।।
माता पार्वती को समझाते हुए भगवान शिव कहते हैं, कि प्रियतमे ! पुण्यकर्मो के करने से ही वंश कि वृद्धि होती है, पुण्यकर्म करने से ही जीव कीर्तिवान होता है और इसी पुण्यकर्म में लगे रहने से शरीर के सभी रोग नष्ट हो जाते हैं, ऐसा सभी शास्त्रों की सम्मति है।
माता पार्वती को समझाते हुए भगवान शिव कहते हैं, कि प्रियतमे ! पुण्यकर्मो के करने से ही वंश कि वृद्धि होती है, पुण्यकर्म करने से ही जीव कीर्तिवान होता है और इसी पुण्यकर्म में लगे रहने से शरीर के सभी रोग नष्ट हो जाते हैं, ऐसा सभी शास्त्रों की सम्मति है।