देश के 10 स्मारकों को दूधिया रोशनी में रात नौ बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन ताजमहल इस सूची से गायब है, जबकि स्मारकों को रात में रोशन करने का सबसे पहला प्रयास ताज से ही शुरू हुआ। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 1945 में अमेरिकी फौज के जवानों ने ताज में वीई डे (विक्टरी इन यूरोप) मनाया था, उस दौरान ताज महल पर फ्लड लाइटें डाली गईं थीं।