एक तरफ जेएन मेडिकल कॉलेज में आठ घंटे तक डॉक्टरों से पूछताछ चलती रही, तो वहीं जेल पहुंची टीम लगातार सात घंटे तक आरोपियों से पूछताछ करती रही। सीबीआई टीम के सात घंटे जेल के अंदर रहने के दौरान कारागार अधिकारी भी परेशान रहे। इस दौरान टीम को कारागार अधिकारियों की ओर से चाय-नाश्ता भेजा गया और उनकी ओर से पानी की डिमांड रही। मगर इस दौरान किसी ने खाने तक की जरूरत महसूस नहीं की।