बलिया जिले के दुर्जनपुुर गांव में हुए हत्याकांड के आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। गोली मारने के बाद भगदड़ के बीच भागने का प्रयास कर रहे भाजपा कार्यकर्ता धीरेंद्र प्रताप सिंह को दूसरे पक्ष के लोगों ने लाठी-डंडा लेकर दौड़ा लिया था।
तभी आचानक कई पुलिस वाले उधर दौड़ पड़े और धीरेंद्र को चारों तरफ से घेरे में ले लिया। यह देख दूसरे पक्ष के लोग वहां से हट गए लेकिन इसके बाद भी धीरेंद्र की गिरफ्तारी की बात से पुलिस का इनकार करना उसकी भूमिका को कटघरे में खड़ा कर रहा है। गांव वालों का आरोप है कि धीरेंद्र को बचाने के लिए ही पुलिस ने उसके चारो तरफ घेरा बनाया था और मौका देखते ही उसे भगा दिया गया।
तभी आचानक कई पुलिस वाले उधर दौड़ पड़े और धीरेंद्र को चारों तरफ से घेरे में ले लिया। यह देख दूसरे पक्ष के लोग वहां से हट गए लेकिन इसके बाद भी धीरेंद्र की गिरफ्तारी की बात से पुलिस का इनकार करना उसकी भूमिका को कटघरे में खड़ा कर रहा है। गांव वालों का आरोप है कि धीरेंद्र को बचाने के लिए ही पुलिस ने उसके चारो तरफ घेरा बनाया था और मौका देखते ही उसे भगा दिया गया।