‘चट्टानों सी हिम्मत और जज्बातों का तूफान लिए चलता है, पूरा करने की जिद से पिता दिल में बच्चों के अरमान लिए चलता है।’ पिता पर लिखी गईं यह पंक्तियां उनके उस संघर्ष को बखूबी बयां करती है जो वे अपने बच्चों के सपनों को पूरा करने में लगा देते हैं। आज फादर्स डे है और इस मौके पर आज हम आपको कानपुर शहर के कुछ ऐसे पिता से रूबरू करा रहे हैं जिन्होंने खुद बदहाली की जिंदगी जी लेकिन अपने बच्चों को बुलंदियों पर पहुंचा दिया।