उन्नाव में पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने शव के नाम पर कंकाल और राख देख पहचान करने को लेकर असमंजस में पड़ गए। परिवार वालों ने किसी को उसकी बेल्ट के बक्कल से तो किसी को उसकी अंगूठी से पहचाना।
मृतक खजान सिंह यादव के छोटे भाई छोटेलाल ने खजान सिंह के गले की हड्डी बड़ी होने की बात कह शवों को देखना शुरू किया। इसी दौरान उसने एक की गली की हड्डी बड़ी देख भाई की पहचान की। मृतक अमित की बेल्ट के बक्कल से छोटे भाई शुभम ने उसकी पहचान की। मृतक हिमांशु के शव को उसकी अंगूठी से परिजनों ने पहचान की।
अभिषेक तिवारी के भाई अनुराग ने अभिषेक के दाहिने हाथ पूर्व हुए फ्रैक्चर में रॉड डाले जाने की बात बताई। इसी रॉड के आधार पर शव की पहचान की गई। इसी तरह अन्य शवों को भी पहचाना गया। अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सुपुर्दगी देने में कोई भूल न हो इसके लिए पुलिस ने कफन में लिपटे शवों पर उनके नाम की पर्ची चिपका दी।