सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। पूरे घटनाक्रम में चौबेपुर थाने के तत्कालीन एसओ विनय तिवारी व हल्का इंचार्ज केके शर्मा पर विकास के खास होने के साथ दबिश की सूचना विकास दुबे तक पहुंचाने के आरोप लगे थे। इस मामले में दोनों को निलंबित कर दिया गया था। पुलिस ने एसओ व दरोगा को गिरफ्तार किया था।