किसी तरह नाविक बांध से निकल कर जान बचा पाया था। उसे पकड़कर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की थी, तब पूरा राज खुला था। दो दिन तक भरत व मीनू का शव न मिलने पर पुलिस प्रशासन ने गुरुवार को एसडीआरएफ टीम को बुलाया था। इसी दिन एसडीआरएफ की टीम ने सपा नेता की पत्नी का पत्थर से बंधा शव बांध से बरामद किया था।
सपा नेता के शव को पांच दिन तक टीम तलाशती रही, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका था। बिहार से भी गोताखोर आए थे। आखिरकार मंगलवार को टीम वापस लौट गई। दो दिन से स्थानीय लोग अपने स्तर से उसकी खोजबीन कर रहे थे तभी बुधवार की शाम एक शव उतराता दिखने पर वहां मौजूद लोगों ने सूचना पुलिस को दी।