जायन, एमिली, लॉरा और एमी के बीच एक समानता हैं। इन सबके शरीर में दाग हैं। लेकिन ये चारों ही अपनी त्वचा के साथ सहज हैं। एमी सोरायसिस से पीड़ित हैं और इसमें उनके चेहरे पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। एमी की कहानी, पढ़िए उन्हीं की जुबानी: सर्जरी के बाद मुझे फ़्लेश-ईटिंग बग (नेक्रोटाइजिंग फैसीटिस) से जूझना पड़ा। इस बीमारी ने मेरी जांघों से लेकर नीचे तक के पैर खा लिए। शुरुआत में मेरे पैरों में हड्डियों पर मांस ही नहीं बचा था। उन्होंने मेरी पीठ और मेरे पेट से त्वचा ली और मेरी जांघों से नीचे की पूरी खाल बदल दी। उन्हें जितनी खाल चाहिए थी उसके लिए उन्हें इसे खींचकर लंबा करना पड़ा। मुझे लिपिडेमा था। यह बीमारी खासतौर पर महिलाओं को ही होती है। यह कमर के नीचे असामान्य फैट सेल्स की वजह से होती है। मेरे शरीर के ऊपरी हिस्से का साइज 8 से 10 का था और नीचे यह 18 हो गया था। मेरा वजन काफी कम हो गया था लेकिन ऐसा डाइट या एक्सरसाइज की वजह से नहीं था। यह बहुत परेशान करने वाला था। मैंने आठ साल पहले जीपी के चक्कर लगाने शुरू कर दिए, लेकिन बाद में मुझे बताया गया कि इसका एनएचएस में इलाज नहीं हो सकता।