धर्मेंद्र पंडित, अमर उजाला नेटवर्क, शिमला
Updated Sat, 28 Nov 2020 10:42 AM IST
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हिमाचल में हर दिन रिकॉर्ड़तोड़ सामने आ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के कारण अब प्रदेश के अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ने लगे हैं। इस कारण मरीजों को होम आइसोलेट किया जा रहा है। स्थिति गंभीर होने पर ही उन्हें अस्पताल को सूचित करने के लिए कहा जा रहा है। इसके बाद एंबुलेंस से इन्हें अस्पताल लाया जाएगा। शिमला, टांडा, नेरचौक और अन्य मेडिकल कॉलेजों में बढ़ते जा रहे मामलों के कारण प्रदेश सरकार के हाथ भी खड़े होने लगे हैं।
सरकार ने फैसला लिया है कि सूबे के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए अब स्पेशल वार्ड नहीं मिलेगा, चाहे किसी भी पार्टी का नेता ही क्यों न हो। सभी कोरोना मरीजों को 2 से 4 बिस्तर वाले वार्ड में भर्ती होना होगा। इनके लिए शौचालय भी कॉमन रहेंगे। कोरोना मरीजों के लिए तीन फेब्रिकेटिड वार्ड भी बनाए जाने हैं, जिनका अभी तक ढांचा भी तैयार नहीं हो सका है। जिला शिमला में मौत का आंकड़ा 150 से पार हो गया है।
कांगड़ा में भी मौत का आंकड़ा 100 पार कर चुका है। प्रदेश के तीन जिलों शिमला, कुल्लू और मंडी में कोरोना ने कहर बरपाया है। शिमला जिले में सबसे ज्यादा एक्टिव मामले 2000 से पार हैं। दूसरे नंबर पर जिला मंडी है। यहां आंकड़ा 1500 पार हो गया है। सरकार ने प्रतिदिन साढ़े 6000 से ज्यादा कोरोना के सैंपल लेने को कहा है। सरकार ने मरीजों को उपचार करने और डेथ रेट कम करने के लिए सीनियर डॉक्टरों की ड्यूटी सेंटर में लगाने का फैसला लिया है।
अस्पतालों में बढ़ेंगे बिस्तर, खनेरी और रोहड़ में बनेंगे कोविड अस्पताल
सरकार ने कोरोना के मामले बढ़ने के बाद अस्पतालों में मरीजों के लिए बिस्तर बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके अलावा सरकार रामपुर के खनेरी और शिमला जिले के रोहडू में कोविड अस्पताल खोलने जा रही है।
हिमाचल में हर दिन रिकॉर्ड़तोड़ सामने आ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के कारण अब प्रदेश के अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ने लगे हैं। इस कारण मरीजों को होम आइसोलेट किया जा रहा है। स्थिति गंभीर होने पर ही उन्हें अस्पताल को सूचित करने के लिए कहा जा रहा है। इसके बाद एंबुलेंस से इन्हें अस्पताल लाया जाएगा। शिमला, टांडा, नेरचौक और अन्य मेडिकल कॉलेजों में बढ़ते जा रहे मामलों के कारण प्रदेश सरकार के हाथ भी खड़े होने लगे हैं।
सरकार ने फैसला लिया है कि सूबे के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए अब स्पेशल वार्ड नहीं मिलेगा, चाहे किसी भी पार्टी का नेता ही क्यों न हो। सभी कोरोना मरीजों को 2 से 4 बिस्तर वाले वार्ड में भर्ती होना होगा। इनके लिए शौचालय भी कॉमन रहेंगे। कोरोना मरीजों के लिए तीन फेब्रिकेटिड वार्ड भी बनाए जाने हैं, जिनका अभी तक ढांचा भी तैयार नहीं हो सका है। जिला शिमला में मौत का आंकड़ा 150 से पार हो गया है।
कांगड़ा में भी मौत का आंकड़ा 100 पार कर चुका है। प्रदेश के तीन जिलों शिमला, कुल्लू और मंडी में कोरोना ने कहर बरपाया है। शिमला जिले में सबसे ज्यादा एक्टिव मामले 2000 से पार हैं। दूसरे नंबर पर जिला मंडी है। यहां आंकड़ा 1500 पार हो गया है। सरकार ने प्रतिदिन साढ़े 6000 से ज्यादा कोरोना के सैंपल लेने को कहा है। सरकार ने मरीजों को उपचार करने और डेथ रेट कम करने के लिए सीनियर डॉक्टरों की ड्यूटी सेंटर में लगाने का फैसला लिया है।
अस्पतालों में बढ़ेंगे बिस्तर, खनेरी और रोहड़ में बनेंगे कोविड अस्पताल
सरकार ने कोरोना के मामले बढ़ने के बाद अस्पतालों में मरीजों के लिए बिस्तर बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके अलावा सरकार रामपुर के खनेरी और शिमला जिले के रोहडू में कोविड अस्पताल खोलने जा रही है।