न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कासगंज
Updated Fri, 17 Jul 2020 04:44 PM IST
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गुजरात वापस जाने की जिद पर अड़े एक प्रवासी ने पिता के इंकार से क्षुब्द होकर फांसी लगाकर जान दे दी। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
नितिन (20) पुत्र धर्म पाल निवासी नगला भीकम गंजडुंडवारा गुजरात में कांच का काम करता था। होली के पर्व पर वह अपने घर वापस आया था। इसके बाद लॉकडाउन हो जाने की वजह से वह काम पर वापस नहीं जा सका। उसके पिता की गांव में हलवाई की दुकान है। इसबीच वह गांव में ही मेहनत मजदूरी करने लगा।
अनलॉक शुरू हो जाने के बाद उसने अपने पिता से गुजरात जाने के लिए कहा, लेकिन कोरोना संकट के चलते पिता उसे गुजरात नहीं भेजना चाहते थे। अपने मनमाफिक काम न मिलने से वह दुखी रहने लगा। पिता के बार बार इनकार कर देने से वह नाराज होकर घर से चला गया।
शुक्रवार को गऊशाला रोड सब्जी मंडी के पीछे नीम के पेड़ पर बहन की चुनरी से फांसी लगा ली। मंडी के गार्ड ने जब उसके शव को पेड़ पर लटका देखा तो सूचना पुलिस को दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को पेड़ से नीचे उतरवाकर पहचान कराई। परिजनों को इसकी सूचना दी।
बहन से मांग कर ले गया था चुनरी
नितिन गुरुवार को देर सायं खाना खाने के बाद जब अपने घर से निकला तो उसने अपनी छोटी बहन शिवानी से चुनरी मांगी। भाई के चुनरी मांगने पर वह चौंक गई। उसने जब कारण पूछा तो उसने बताया कि वह मास्क की तरह इसका प्रयोग कर लेगा। बिना मास्क के पुलिस पकड़ ले जाएगी। इसके बाद बहन ने उसको अपनी चुनरी पकड़ दी। इस घटना के बाद से बहन काफी सदमे में है।
डेढ साल पहले भाई की हो चुकी है गुजरात में मौत
मृतक युवक नितिन अपने परिवार का सबसे बड़ा बेटा था। वह और उसका छोटा भाई जितेंद्र गुजरात में रहते थे। छोटे भाई की डेढ़ साल पहले गुजरात में ही सड़क हादसे में मौत हो गई थी। अब परिवार में एक बेटा और एक बेटी ही रह गए है। बड़े बेटे की मौत ने मां राजवती को काफी सदमे में ला दिया है।
युवक बार बार गुजरात जाने की जिद कर रहा था, लेकिन कोरोना संकट के चलते उसके पिता उसे भेजना नहीं चाहते थे। इस बात से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली- विनोद कुमार कोतवाली प्रभारी गंजडुंडवारा
सार
कोरोना के चलते पिता नहीं भेजना चाह रहे थे बेटा को
विस्तार
गुजरात वापस जाने की जिद पर अड़े एक प्रवासी ने पिता के इंकार से क्षुब्द होकर फांसी लगाकर जान दे दी। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
नितिन (20) पुत्र धर्म पाल निवासी नगला भीकम गंजडुंडवारा गुजरात में कांच का काम करता था। होली के पर्व पर वह अपने घर वापस आया था। इसके बाद लॉकडाउन हो जाने की वजह से वह काम पर वापस नहीं जा सका। उसके पिता की गांव में हलवाई की दुकान है। इसबीच वह गांव में ही मेहनत मजदूरी करने लगा।
अनलॉक शुरू हो जाने के बाद उसने अपने पिता से गुजरात जाने के लिए कहा, लेकिन कोरोना संकट के चलते पिता उसे गुजरात नहीं भेजना चाहते थे। अपने मनमाफिक काम न मिलने से वह दुखी रहने लगा। पिता के बार बार इनकार कर देने से वह नाराज होकर घर से चला गया।
शुक्रवार को गऊशाला रोड सब्जी मंडी के पीछे नीम के पेड़ पर बहन की चुनरी से फांसी लगा ली। मंडी के गार्ड ने जब उसके शव को पेड़ पर लटका देखा तो सूचना पुलिस को दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को पेड़ से नीचे उतरवाकर पहचान कराई। परिजनों को इसकी सूचना दी।
बहन से मांग कर ले गया था चुनरी
नितिन गुरुवार को देर सायं खाना खाने के बाद जब अपने घर से निकला तो उसने अपनी छोटी बहन शिवानी से चुनरी मांगी। भाई के चुनरी मांगने पर वह चौंक गई। उसने जब कारण पूछा तो उसने बताया कि वह मास्क की तरह इसका प्रयोग कर लेगा। बिना मास्क के पुलिस पकड़ ले जाएगी। इसके बाद बहन ने उसको अपनी चुनरी पकड़ दी। इस घटना के बाद से बहन काफी सदमे में है।
डेढ साल पहले भाई की हो चुकी है गुजरात में मौत
मृतक युवक नितिन अपने परिवार का सबसे बड़ा बेटा था। वह और उसका छोटा भाई जितेंद्र गुजरात में रहते थे। छोटे भाई की डेढ़ साल पहले गुजरात में ही सड़क हादसे में मौत हो गई थी। अब परिवार में एक बेटा और एक बेटी ही रह गए है। बड़े बेटे की मौत ने मां राजवती को काफी सदमे में ला दिया है।
युवक बार बार गुजरात जाने की जिद कर रहा था, लेकिन कोरोना संकट के चलते उसके पिता उसे भेजना नहीं चाहते थे। इस बात से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली- विनोद कुमार कोतवाली प्रभारी गंजडुंडवारा