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कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा मंगलवार को मनाया जाएगा हालांकि यह सिलसिला तीन दिनों यानी जुमेरात तक चलेगा। सुबह ईदगाह सहित तमाम मस्जिदों में अलग-अलग वक्त पर बकरीद की खास नमाज अदा की जाएगी। लौटकर लोग अपने घरों में बकरों की कुर्बानी कराएंगे। वहीं बड़े जानवरों की कुर्बानी अटाला स्थित स्लाटर हाउस में होगी।
बकरीद पर रामबाग स्थित ईदगाह में बड़ी जमात जुटेगी। यहां मौलाना वजाहत हुसैन नमाज पढ़ाएंगे। शुरुआत में बयान के तहत बकरीद के बारे में बताया जाएगा। खुत्बा के बाद दुआ मांगी जाएगी। ईदगाह के मुतवल्ली एमएस फारूकी के मुताबिक नमाजियों की बड़ी तादात देखते हुए खास इंतजाम किए गए हैं। सोमवार को देर शाम तक पूरे ईदगाह में घास की कटाई, साफ-सफाई आदि का काम पूरा करा लिया गया। नमाजियों के लिए शामियाने लगाए गए हैं।
इसी तरह शिया जामा मस्जिद चक और जामा मस्जिद चौक सहित तमाम मस्जिदों में भी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। शहर काजी मुफ्ती शफीक अहमद शरीफी ने त्योहार के मद्देनजर संबंधित विभागों से तीन दिनों तक साफ-सफाई, बिजली और पानी का मुकम्मल इंतजाम कराने को कहा है। सैयद मुहम्मद अस्करी की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी ईद-उल-अजहा पर खुले स्थान पर कुर्बानी न करने की अपील के साथ तीन दिनों तक बिजली, पानी, सफाई का इंतजाम कराने की अपील की है।
0 परवान चढ़ा बकरों का बाजार
बकरीद के मद्देनजर सोमवार को बकरों का बाजार परवान चढ़ा। देर रात तक हटिया, चौक, नखासकोहना, रसूलपुर, दरियाबाद, करेली आदि के बकरा बाजारों में खरीद-फरोख्त का सिलसिला जारी रहा। तमाम लोग इस इंतजार में थे कि आखिरी दिन बकरों की कीमतों में कमी आएगी और ऐसा ही हुआ। दरियाबाद के एआर काजमी के मुताबिक बाजार में बकरों की आमद के कारण बीते कई दिनों की अपेक्षा उनकी कीमतें कुछ कम रहीं। हालांकि पचास से सत्तर हजार रुपये तक के बकरे भी बिके। कई दिनों के मोलभाव के बावजूद जिन्होंने अब तक बकरे नहीं खरीदे थे, उन्होंने सोमवार को कई बाजारों का हाल जानकर बकरा खरीदा।
0 चिकवों की मांग बढ़ी, तेज कराई गईं छूरियां
बकरीद पर बकरों की कुर्बानी कराने के लिए चिकवों की मांग बढ़ी। हालांकि तमाम लोगों ने पहले से ही उन्हें बुक करा लिया था, फिर भी जो बचे रह गए थे, उन्होेंने ऐन वक्त पर भी उन्हें वक्त पर आने के लिए सहेजा। वहीं गोश्त काटने के लिए छूरियां भी तेज कराई गईं। खुल्दाबाद, नूरुल्लाह रोड पर पूरे दिन छूरियां तेज कराने वाले के पास लोगों की भीड़ लगी रही।
कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा मंगलवार को मनाया जाएगा हालांकि यह सिलसिला तीन दिनों यानी जुमेरात तक चलेगा। सुबह ईदगाह सहित तमाम मस्जिदों में अलग-अलग वक्त पर बकरीद की खास नमाज अदा की जाएगी। लौटकर लोग अपने घरों में बकरों की कुर्बानी कराएंगे। वहीं बड़े जानवरों की कुर्बानी अटाला स्थित स्लाटर हाउस में होगी।
बकरीद पर रामबाग स्थित ईदगाह में बड़ी जमात जुटेगी। यहां मौलाना वजाहत हुसैन नमाज पढ़ाएंगे। शुरुआत में बयान के तहत बकरीद के बारे में बताया जाएगा। खुत्बा के बाद दुआ मांगी जाएगी। ईदगाह के मुतवल्ली एमएस फारूकी के मुताबिक नमाजियों की बड़ी तादात देखते हुए खास इंतजाम किए गए हैं। सोमवार को देर शाम तक पूरे ईदगाह में घास की कटाई, साफ-सफाई आदि का काम पूरा करा लिया गया। नमाजियों के लिए शामियाने लगाए गए हैं।
इसी तरह शिया जामा मस्जिद चक और जामा मस्जिद चौक सहित तमाम मस्जिदों में भी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। शहर काजी मुफ्ती शफीक अहमद शरीफी ने त्योहार के मद्देनजर संबंधित विभागों से तीन दिनों तक साफ-सफाई, बिजली और पानी का मुकम्मल इंतजाम कराने को कहा है। सैयद मुहम्मद अस्करी की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी ईद-उल-अजहा पर खुले स्थान पर कुर्बानी न करने की अपील के साथ तीन दिनों तक बिजली, पानी, सफाई का इंतजाम कराने की अपील की है।
0 परवान चढ़ा बकरों का बाजार
बकरीद के मद्देनजर सोमवार को बकरों का बाजार परवान चढ़ा। देर रात तक हटिया, चौक, नखासकोहना, रसूलपुर, दरियाबाद, करेली आदि के बकरा बाजारों में खरीद-फरोख्त का सिलसिला जारी रहा। तमाम लोग इस इंतजार में थे कि आखिरी दिन बकरों की कीमतों में कमी आएगी और ऐसा ही हुआ। दरियाबाद के एआर काजमी के मुताबिक बाजार में बकरों की आमद के कारण बीते कई दिनों की अपेक्षा उनकी कीमतें कुछ कम रहीं। हालांकि पचास से सत्तर हजार रुपये तक के बकरे भी बिके। कई दिनों के मोलभाव के बावजूद जिन्होंने अब तक बकरे नहीं खरीदे थे, उन्होंने सोमवार को कई बाजारों का हाल जानकर बकरा खरीदा।
0 चिकवों की मांग बढ़ी, तेज कराई गईं छूरियां
बकरीद पर बकरों की कुर्बानी कराने के लिए चिकवों की मांग बढ़ी। हालांकि तमाम लोगों ने पहले से ही उन्हें बुक करा लिया था, फिर भी जो बचे रह गए थे, उन्होेंने ऐन वक्त पर भी उन्हें वक्त पर आने के लिए सहेजा। वहीं गोश्त काटने के लिए छूरियां भी तेज कराई गईं। खुल्दाबाद, नूरुल्लाह रोड पर पूरे दिन छूरियां तेज कराने वाले के पास लोगों की भीड़ लगी रही।