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वासंतिक नवरात्र की महाअष्टमी एवं रामनवमी को घरों से लेकर शक्तिपीठों तक भगवती दुर्गा के स्वरूपों के दर्शन के साथ ही की उनकी पूजा-अर्चना की गई। देवी के शृंगार दर्शन को श्रद्धालु उमड़े तो मंदिरों में देवी गीतों की धूम रही। शनिवार को श्रद्धालुओं ने व्रत भी रखा और हवन के साथ नवरात्र की पूर्णाहुति भी की। घटस्थापना के साथ ही देवी का आवाहन किया गया था, देवी से सर्वमंगल का आशीष मांगने के साथ ही उन्हें श्रद्धापूर्वक विदाई दी गई।
देवी के दर्शन, पूजन के साथ ही श्रद्धालुओं ने घरों में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां डालीं। नवरात्र व्रत रखने वालों ने याज्ञिक अनुष्ठान के साथ व्रत को पूर्णता दी। ज्यादातर श्रद्धालुओं ने हवन के बाद प्रसाद ग्रहण करके पारण किया। कई श्रद्धालु नौ रात्रि की परंपरानुसार रविवार को पारण करेंगे। देवी की विदाई केअवसर पर महिलाओं की टोलियों ने मंदिरों और घरों में भी सामूहिक रूप से भजन-कीर्तन करके देवी की महिमा बखानी। चौराहों पर धार भी दिया गया।
मीरापुर स्थित महाशक्ति त्रिपुरसुंदरी राजराजेश्वरी मां ललिता देवी मंदिर में भगवती के शृंगार दर्शन को शाम को जमावड़ा लगा। पुजारी शिवमूरत मिश्र के आचार्यत्व में मुख्य यजमान संजीव अग्रवाल ने मध्यरात्रि में शतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति की। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरिमोहन वर्मा, महामंत्री धीरज नागर की देखरेख में हुए भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। पीसी वर्मा, महेंद्र मालवीय, सत्येंद्र सिंह, सुमित श्रीवास्तव, संजय उपाध्याय, यूसी मिश्रा दिलीप केसरी आदि ने व्यवस्था संभाली।
सिद्धपीठ कल्याणी देवी मंदिर में भी पुजारी सुशील पाठक एवं श्यामजी पाठक की देखरेख में भगवती का मनोरम शृंगार हुआ तो अलोपीबाग स्थित सिद्धपीठ अलोपशंकरी मंदिर में देवी को निशान चढ़ाने के लिए प्रयागराज के ग्रामीण अंचलों से ही नहीं बल्कि कौशाम्बी, प्रतापगढ़ से भी श्रद्धालु आए। चौक गंगादास स्थित खेमामाई मंदिर में कंचन मालवीय की देखरेख में नवदुर्गा बहुरंगी फूलों से सजीं। शास्त्रीनगर तिराहे के दुर्गा मंदिर में महिलाओं ने देवी गीत गए। संग में बेटियों ने नृत्य किया। इसी क्रम में सिविल लाइंस हनुमत निकेतन के दुर्गा मंदिर, सुल्तानपुर भावा काली मंदिर, मुट्ठीगंज कालीबाड़ी, हाईकोर्ट हनुमान मंदिर, पानी टंकी अष्टभुजी माता मंदिर, कटरा कालीथान, कर्नलगंज कालीबाड़ी आदि देवी पीठों में भी दर्शन, पूजन का क्रम जारी रहा।
स्थानीय नागरिकों, कारोबारियों की ओर से कीडगंज स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा, सत्ती शाह चौराहा के पास भगवती जागरण में देवी गीतों,भजनों की धूम रही। रविवार को भंडारा होगा। इसी तरह जयंतीपुर सेवा समिति की ओर से भी जायसवाल वाटिका में भगवती जागरण हुआ।
वासंतिक नवरात्र की महाअष्टमी एवं रामनवमी को घरों से लेकर शक्तिपीठों तक भगवती दुर्गा के स्वरूपों के दर्शन के साथ ही की उनकी पूजा-अर्चना की गई। देवी के शृंगार दर्शन को श्रद्धालु उमड़े तो मंदिरों में देवी गीतों की धूम रही। शनिवार को श्रद्धालुओं ने व्रत भी रखा और हवन के साथ नवरात्र की पूर्णाहुति भी की। घटस्थापना के साथ ही देवी का आवाहन किया गया था, देवी से सर्वमंगल का आशीष मांगने के साथ ही उन्हें श्रद्धापूर्वक विदाई दी गई।
देवी के दर्शन, पूजन के साथ ही श्रद्धालुओं ने घरों में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां डालीं। नवरात्र व्रत रखने वालों ने याज्ञिक अनुष्ठान के साथ व्रत को पूर्णता दी। ज्यादातर श्रद्धालुओं ने हवन के बाद प्रसाद ग्रहण करके पारण किया। कई श्रद्धालु नौ रात्रि की परंपरानुसार रविवार को पारण करेंगे। देवी की विदाई केअवसर पर महिलाओं की टोलियों ने मंदिरों और घरों में भी सामूहिक रूप से भजन-कीर्तन करके देवी की महिमा बखानी। चौराहों पर धार भी दिया गया।
मीरापुर स्थित महाशक्ति त्रिपुरसुंदरी राजराजेश्वरी मां ललिता देवी मंदिर में भगवती के शृंगार दर्शन को शाम को जमावड़ा लगा। पुजारी शिवमूरत मिश्र के आचार्यत्व में मुख्य यजमान संजीव अग्रवाल ने मध्यरात्रि में शतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति की। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरिमोहन वर्मा, महामंत्री धीरज नागर की देखरेख में हुए भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। पीसी वर्मा, महेंद्र मालवीय, सत्येंद्र सिंह, सुमित श्रीवास्तव, संजय उपाध्याय, यूसी मिश्रा दिलीप केसरी आदि ने व्यवस्था संभाली।
सिद्धपीठ कल्याणी देवी मंदिर में भी पुजारी सुशील पाठक एवं श्यामजी पाठक की देखरेख में भगवती का मनोरम शृंगार हुआ तो अलोपीबाग स्थित सिद्धपीठ अलोपशंकरी मंदिर में देवी को निशान चढ़ाने के लिए प्रयागराज के ग्रामीण अंचलों से ही नहीं बल्कि कौशाम्बी, प्रतापगढ़ से भी श्रद्धालु आए। चौक गंगादास स्थित खेमामाई मंदिर में कंचन मालवीय की देखरेख में नवदुर्गा बहुरंगी फूलों से सजीं। शास्त्रीनगर तिराहे के दुर्गा मंदिर में महिलाओं ने देवी गीत गए। संग में बेटियों ने नृत्य किया। इसी क्रम में सिविल लाइंस हनुमत निकेतन के दुर्गा मंदिर, सुल्तानपुर भावा काली मंदिर, मुट्ठीगंज कालीबाड़ी, हाईकोर्ट हनुमान मंदिर, पानी टंकी अष्टभुजी माता मंदिर, कटरा कालीथान, कर्नलगंज कालीबाड़ी आदि देवी पीठों में भी दर्शन, पूजन का क्रम जारी रहा।
स्थानीय नागरिकों, कारोबारियों की ओर से कीडगंज स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा, सत्ती शाह चौराहा के पास भगवती जागरण में देवी गीतों,भजनों की धूम रही। रविवार को भंडारा होगा। इसी तरह जयंतीपुर सेवा समिति की ओर से भी जायसवाल वाटिका में भगवती जागरण हुआ।