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अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उसके आनुषांगिक संगठन से जुड़े लोग मंदिर निर्माण के लिए देश के बाहर जाकर धन संग्रह नहीं करेंगे। यह अभियान सिर्फ देश में ही चलेगा। श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण धनसंग्रह अभयान के तहत श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पूरे देश को 44 प्रांतों में बांटा है। किस प्रांत से कितना चंदीा लेना है उसका भी आंकलन ट्रस्ट ने तय कर लिया है। खास बात यह कि सभी प्रांतों से लिए जाशने वाले चंदे का सारा ब्यौरा मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को उपलब्ध करवा दिया है।
प्रयागराज में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल पूर्वी उत्तर प्रदेश की बैठक के पूर्व ही मंदिर ट्रस्ट ने यह तय कर लिया था कि अगले वर्ष मकर संक्रांति के दिन से ही मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह का अभियान शुरू किया जाएगा। संघ प्रमुख को प्रयागराज में इसका पत्रक सौं पने के बाद अब अगले एक महीने तक इसके क्रियान्वयन के संबंध में बैठकों का दौर होगा। तय हुआ है कि यह अभियान सिर्फ भारत में ही चलेगा।
देश के बाहर यह अभियान नहीं चलेगा। अगर विदेशों में रहने वाले हिंदू यहां आकर या किसी अन्य माध्यम से दान करना चाहते हैं तो उसे जरूर स्वीकार किया जाएगा। संघ के सूत्र बताते हैं कि इस मुस्लिमों की बस्ती में धन संग्रह का अभियान चलाने की संभावना नहीं है। इतना जरूर है कि अगर कोई मुस्लिम स्वेच्छा से अपना योगदान करना चाहता है तो उसका स्वागत है। संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ हुई बैठक में शामिल विहिप के केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी बताते हैं कि मंदिर निर्माण में हर एक हिंदू की सहभागिता हो इसी वजह से धन संग्रह दस, सौ एवं एक हजार रुपये के कूपन के माध्यम से किया जाएगा।
एक हजार से ज्यादा का योगदान करने वालों को कूपन की जगह दी जाएगी रसीद
श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण धनसंग्रह अभियान के तहत करोड़ों हिंदू परिवारों से मंदिर निर्माण के लिए दस, सौ एवं एक हजार रुपये के कूपन के माध्यम से धन संग्रह किया जाएगा। हालांकि देश में ऐसे लोगों की भी संख्या काफी है जो एक हजार रुपये से ज्यादा का योगदान मंदिर निर्माण के लिए करना चाहते हैं। ऐसे लोगों के लिए श्री राम जन्म भूमि मंदिर ट्रस्ट की ओर से रसीद की व्यवस्था की गई है। धन संग्रह अभियान के लिए देश को 44 प्रांतों में बांटा गया है। इस दौरान 11 लाख 62 हजार रसीद विभिन्न प्रांतों में धन संग्रह के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी। काशी, अवध प्रांत में 35-35 हजार, कानपुर प्रांत में 30 हजार, मेरठ प्रांत में 40 हजार, बृज, गोरक्ष प्रांत में 30-30 हजार रसीद के माध्यम से एक हजार से ज्यादा की धनराशि देने वालों के लिए रहेगी।
धन संग्रह के लिए 15 दिसंबर तक विहिप कर लेगा टोली का गठन
प्रयागराज में विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री अंबरीश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ है कि श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण में हिंदू समाज की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो इसके लिए हर एक हिंदू से धन संग्रह किया जाएगा। विहिप ने इसके लिए शहर के सभी मोहल्लों, कस्बों, गांवों में रहने वाले हिंदुओं से चंदा लेने के लिए टोली बनाने का निर्णय लिया है। इन तमाम टोलियों का गठन 15 दिसंबर तक हो जाएगा।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उसके आनुषांगिक संगठन से जुड़े लोग मंदिर निर्माण के लिए देश के बाहर जाकर धन संग्रह नहीं करेंगे। यह अभियान सिर्फ देश में ही चलेगा। श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण धनसंग्रह अभयान के तहत श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पूरे देश को 44 प्रांतों में बांटा है। किस प्रांत से कितना चंदीा लेना है उसका भी आंकलन ट्रस्ट ने तय कर लिया है। खास बात यह कि सभी प्रांतों से लिए जाशने वाले चंदे का सारा ब्यौरा मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को उपलब्ध करवा दिया है।
प्रयागराज में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल पूर्वी उत्तर प्रदेश की बैठक के पूर्व ही मंदिर ट्रस्ट ने यह तय कर लिया था कि अगले वर्ष मकर संक्रांति के दिन से ही मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह का अभियान शुरू किया जाएगा। संघ प्रमुख को प्रयागराज में इसका पत्रक सौं पने के बाद अब अगले एक महीने तक इसके क्रियान्वयन के संबंध में बैठकों का दौर होगा। तय हुआ है कि यह अभियान सिर्फ भारत में ही चलेगा।
देश के बाहर यह अभियान नहीं चलेगा। अगर विदेशों में रहने वाले हिंदू यहां आकर या किसी अन्य माध्यम से दान करना चाहते हैं तो उसे जरूर स्वीकार किया जाएगा। संघ के सूत्र बताते हैं कि इस मुस्लिमों की बस्ती में धन संग्रह का अभियान चलाने की संभावना नहीं है। इतना जरूर है कि अगर कोई मुस्लिम स्वेच्छा से अपना योगदान करना चाहता है तो उसका स्वागत है। संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ हुई बैठक में शामिल विहिप के केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी बताते हैं कि मंदिर निर्माण में हर एक हिंदू की सहभागिता हो इसी वजह से धन संग्रह दस, सौ एवं एक हजार रुपये के कूपन के माध्यम से किया जाएगा।
एक हजार से ज्यादा का योगदान करने वालों को कूपन की जगह दी जाएगी रसीद
श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण धनसंग्रह अभियान के तहत करोड़ों हिंदू परिवारों से मंदिर निर्माण के लिए दस, सौ एवं एक हजार रुपये के कूपन के माध्यम से धन संग्रह किया जाएगा। हालांकि देश में ऐसे लोगों की भी संख्या काफी है जो एक हजार रुपये से ज्यादा का योगदान मंदिर निर्माण के लिए करना चाहते हैं। ऐसे लोगों के लिए श्री राम जन्म भूमि मंदिर ट्रस्ट की ओर से रसीद की व्यवस्था की गई है। धन संग्रह अभियान के लिए देश को 44 प्रांतों में बांटा गया है। इस दौरान 11 लाख 62 हजार रसीद विभिन्न प्रांतों में धन संग्रह के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी। काशी, अवध प्रांत में 35-35 हजार, कानपुर प्रांत में 30 हजार, मेरठ प्रांत में 40 हजार, बृज, गोरक्ष प्रांत में 30-30 हजार रसीद के माध्यम से एक हजार से ज्यादा की धनराशि देने वालों के लिए रहेगी।
धन संग्रह के लिए 15 दिसंबर तक विहिप कर लेगा टोली का गठन
प्रयागराज में विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री अंबरीश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ है कि श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण में हिंदू समाज की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो इसके लिए हर एक हिंदू से धन संग्रह किया जाएगा। विहिप ने इसके लिए शहर के सभी मोहल्लों, कस्बों, गांवों में रहने वाले हिंदुओं से चंदा लेने के लिए टोली बनाने का निर्णय लिया है। इन तमाम टोलियों का गठन 15 दिसंबर तक हो जाएगा।