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जयकारों के बीच देवी ललिता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। भगवती ललिता चांदी के नए दरबार में विराजीं। प्रधान पुजारी पंडित शिव मूरत मिश्र के आचार्यत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मुख्य संरक्षक संजीव अग्रवाल ने सपत्नीक कलश स्थापना की। बंगाल के कारीगर दिनेश शर्मा की देखरेख में रंगबिरंगे फूलों, आभूषणों से देवी शैलपुत्री स्वरूप में सजीं। मंदिर में दुर्गासप्तशती पाठ, शतचंडी पाठ, अनुष्ठान भी हुए।
चैतन्य मार्ग से मंदिर जाने वाले रास्ते पर तकरीबन पूरे समय भीड़ बनी रही। भोर से लेकर रात तक देवी दर्शन, पूजन को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। समिति अध्यक्ष हरिमोहन वर्मा, महामंत्री धीरज नागर, पीसी वर्मा, महेंद्र मालवीय,संजय उपाध्याय, हरीश खरे, सरदार सत्येंद्र सिंह,संजीव सक्सेना, शोभित, दिलीप केसरी आदि ने व्यवस्था संभाली। परिसर में बृजभान सिंह एवं पार्टी की ओर से भगवती जागरण में देवी गीत गूंजे। स्वर्णकार समाज के राम बाबू वर्मा ने दीप जलाकर शुरुआत की। प्रवक्ता सुमित श्रीवास्तव के मुताबिक रविवार को देवी का ब्रह्मचारिणी स्वरूप में शृंगार होगा।
कल्याणी देवी मंदिर परिसर में भगवती फूलों और आभूषणों से सजीं तो मंदिर परिसर में कर्णछेदन, मुंडन संस्कार भी हुए। ढोल, नगाडे़ के साथ निशान चढ़ाने के लिए भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए। कथाव्यास ऋषि महाराज ने रामकथा में राम की महिमा बखानी। पंडित सुशील कुमार पाठक के मुताबिक रविवार को भी सुबह 8.30 से 11 तथा शाम चार से 7.30 बजे तक शतचंडी पाठ होगा। साथ ही देवी के शृंगार का दर्शन किया जा सकेगा।
अलोपीदेवी स्थित अलोपशंकरी देवी मंदिर में दर्शन, पूजन के लिए भोर से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा। मंदिर के अतिरिक्त परिसर में श्रद्धालुओं की ओर से भी कलश स्थापना की गई। गर्भगृह परिसर और पालकी को फूलों से आकर्षक तरीके से सजाया गया। परिसर में शतचंडी पाठ, यज्ञ हुए। भगवती को निशान चढ़ाने के अतिरिक्त मुंडन, कर्णछेदन सहित अन्य संस्कारों के लिए भी श्रद्धालुओं का भोर से लेकर रात तक तांता लगा रहा।
वासंतिक नवरात्र की प्रतिपदा पर शनिवार को झूंसी के त्रिवेणीपुरम के यमुना सेक्टर के यमुना पार्क में भगवती जागरण आयोजित किया गया। आरंभ में यजमान पवन द्विवेदी ने देवपूजन करने के बाद आरती उतारी। जुटे कलाकारों ने गीतों, भजनों से देवी की महिमा का बखान करते हुए श्रद्धालुओं को पूरी रात बांधे रखा। रविवार सुबह प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
वासंतिक नवरात्र पर नीम के पेड़, चौक के कारोबारी प्रेम बहादुर श्रीवास्तव ‘कल्लू बाबा’ की ओर से चौफटका जीटी रोड से लेकर बहादुरगंज, सुलाकी चौराहे तक के मंदिरों पर सवा मीटर की पताका नि:शुल्क बांटने का क्रम प्रतिपदा से आरंभ हुआ। संयोजक राजरूपपुर निवासी कल्लू बाबा का कहना है कि बीते दो दशकों से मुहिम जारी है। अन्य साथियों का भी सहयोग मिला तो अन्य सामग्री भी दी जाएगी।
जयकारों के बीच देवी ललिता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। भगवती ललिता चांदी के नए दरबार में विराजीं। प्रधान पुजारी पंडित शिव मूरत मिश्र के आचार्यत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मुख्य संरक्षक संजीव अग्रवाल ने सपत्नीक कलश स्थापना की। बंगाल के कारीगर दिनेश शर्मा की देखरेख में रंगबिरंगे फूलों, आभूषणों से देवी शैलपुत्री स्वरूप में सजीं। मंदिर में दुर्गासप्तशती पाठ, शतचंडी पाठ, अनुष्ठान भी हुए।
चैतन्य मार्ग से मंदिर जाने वाले रास्ते पर तकरीबन पूरे समय भीड़ बनी रही। भोर से लेकर रात तक देवी दर्शन, पूजन को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। समिति अध्यक्ष हरिमोहन वर्मा, महामंत्री धीरज नागर, पीसी वर्मा, महेंद्र मालवीय,संजय उपाध्याय, हरीश खरे, सरदार सत्येंद्र सिंह,संजीव सक्सेना, शोभित, दिलीप केसरी आदि ने व्यवस्था संभाली। परिसर में बृजभान सिंह एवं पार्टी की ओर से भगवती जागरण में देवी गीत गूंजे। स्वर्णकार समाज के राम बाबू वर्मा ने दीप जलाकर शुरुआत की। प्रवक्ता सुमित श्रीवास्तव के मुताबिक रविवार को देवी का ब्रह्मचारिणी स्वरूप में शृंगार होगा।
कल्याणी देवी मंदिर परिसर में भगवती फूलों और आभूषणों से सजीं तो मंदिर परिसर में कर्णछेदन, मुंडन संस्कार भी हुए। ढोल, नगाडे़ के साथ निशान चढ़ाने के लिए भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए। कथाव्यास ऋषि महाराज ने रामकथा में राम की महिमा बखानी। पंडित सुशील कुमार पाठक के मुताबिक रविवार को भी सुबह 8.30 से 11 तथा शाम चार से 7.30 बजे तक शतचंडी पाठ होगा। साथ ही देवी के शृंगार का दर्शन किया जा सकेगा।
अलोपीदेवी स्थित अलोपशंकरी देवी मंदिर में दर्शन, पूजन के लिए भोर से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा। मंदिर के अतिरिक्त परिसर में श्रद्धालुओं की ओर से भी कलश स्थापना की गई। गर्भगृह परिसर और पालकी को फूलों से आकर्षक तरीके से सजाया गया। परिसर में शतचंडी पाठ, यज्ञ हुए। भगवती को निशान चढ़ाने के अतिरिक्त मुंडन, कर्णछेदन सहित अन्य संस्कारों के लिए भी श्रद्धालुओं का भोर से लेकर रात तक तांता लगा रहा।
वासंतिक नवरात्र की प्रतिपदा पर शनिवार को झूंसी के त्रिवेणीपुरम के यमुना सेक्टर के यमुना पार्क में भगवती जागरण आयोजित किया गया। आरंभ में यजमान पवन द्विवेदी ने देवपूजन करने के बाद आरती उतारी। जुटे कलाकारों ने गीतों, भजनों से देवी की महिमा का बखान करते हुए श्रद्धालुओं को पूरी रात बांधे रखा। रविवार सुबह प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
वासंतिक नवरात्र पर नीम के पेड़, चौक के कारोबारी प्रेम बहादुर श्रीवास्तव ‘कल्लू बाबा’ की ओर से चौफटका जीटी रोड से लेकर बहादुरगंज, सुलाकी चौराहे तक के मंदिरों पर सवा मीटर की पताका नि:शुल्क बांटने का क्रम प्रतिपदा से आरंभ हुआ। संयोजक राजरूपपुर निवासी कल्लू बाबा का कहना है कि बीते दो दशकों से मुहिम जारी है। अन्य साथियों का भी सहयोग मिला तो अन्य सामग्री भी दी जाएगी।