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फिरोजाबाद/नारखी/जसराना। बारिश से आलू की बुवाई कर चुके किसान और मिर्च का उत्पादन करने वाले किसान परेशान हैं। मौसम न खुलने पर आलू का बीज और फसल में पानी भर जाने से मिर्च सड़ने की आशंका से किसान परेशान हैं। मौसम की स्थिति को देखकर आलू की बुवाई की तैयारी कर रहे किसान भी रुक गए हैं।
जसराना के आलू निवासी किसान बलबीर सिंह ने कहा बरसात होने से आलू एवं गेहूं की बुवाई में देरी होगी। साहाबाद पाढ़म निवासी किसान मुख्यतयार सिंह ने कहा बरसात से एक या दो दिन पहले ही सिंचाई की गई फसल पर प्रभाव पड़ेगा। वहीं किसानों को बुवाई के लिए कई दिन तक इंतजार करना पडे़गा।
रविवार रात झमाझम बरसात से मिर्च की खेती को करीब 20 से 25 प्रतिशत नुकसान हुआ है। यदि मौसम जल्द साफ नहीं हुआ तो गलन का रोग लगने के साथ ही मिर्च खराब हो जाएगी।
राजेश प्रताप सिंह - मिर्च उत्पादक किसान
चार बीघा खेत में मिर्च की फल की है। खेतों में पानी भरा है। मिर्च नहीं तोड़ पा रहे है। हवा नहीं चली तो राहत मिल सकती है लेकिन हवा चलने से मिर्च टूटकर पानी में गिर जाने से खराब हो जाएगी। इससे काफी नुकसान होगा।
बाबूराम - मिर्च उत्पादक किसान
गेहूं किसानों को फिर करनी पडे़गी पलेवट
रविवार को झमाझम बरसात से गेहूं की बुवाई का कार्य प्रभावित हो गया है। खेतों में पानी भरने के कारण बुवाई का कार्य रुक गया है। खेत को समतल करने के लिए किसानों को फिर से पलेवट करनी पडे़गी।
हाल ही आलू खेतों की सिंचाई कराने वाले किसानों को कुछ परेशानी हो सकती है।देरी से बुबाई करने वाले किसानों को बरसात अनुकूल है। किसान चितिंत नहीं हो। धूप निकलने की स्थिति में खेतों की अत्याधिक नमी से निजात मिलेगी।
रविकांत सिंह जिला कृषि अधिकारी
फिरोजाबाद/नारखी/जसराना। बारिश से आलू की बुवाई कर चुके किसान और मिर्च का उत्पादन करने वाले किसान परेशान हैं। मौसम न खुलने पर आलू का बीज और फसल में पानी भर जाने से मिर्च सड़ने की आशंका से किसान परेशान हैं। मौसम की स्थिति को देखकर आलू की बुवाई की तैयारी कर रहे किसान भी रुक गए हैं।
जसराना के आलू निवासी किसान बलबीर सिंह ने कहा बरसात होने से आलू एवं गेहूं की बुवाई में देरी होगी। साहाबाद पाढ़म निवासी किसान मुख्यतयार सिंह ने कहा बरसात से एक या दो दिन पहले ही सिंचाई की गई फसल पर प्रभाव पड़ेगा। वहीं किसानों को बुवाई के लिए कई दिन तक इंतजार करना पडे़गा।
रविवार रात झमाझम बरसात से मिर्च की खेती को करीब 20 से 25 प्रतिशत नुकसान हुआ है। यदि मौसम जल्द साफ नहीं हुआ तो गलन का रोग लगने के साथ ही मिर्च खराब हो जाएगी।
राजेश प्रताप सिंह - मिर्च उत्पादक किसान
चार बीघा खेत में मिर्च की फल की है। खेतों में पानी भरा है। मिर्च नहीं तोड़ पा रहे है। हवा नहीं चली तो राहत मिल सकती है लेकिन हवा चलने से मिर्च टूटकर पानी में गिर जाने से खराब हो जाएगी। इससे काफी नुकसान होगा।
बाबूराम - मिर्च उत्पादक किसान
गेहूं किसानों को फिर करनी पडे़गी पलेवट
रविवार को झमाझम बरसात से गेहूं की बुवाई का कार्य प्रभावित हो गया है। खेतों में पानी भरने के कारण बुवाई का कार्य रुक गया है। खेत को समतल करने के लिए किसानों को फिर से पलेवट करनी पडे़गी।
हाल ही आलू खेतों की सिंचाई कराने वाले किसानों को कुछ परेशानी हो सकती है।देरी से बुबाई करने वाले किसानों को बरसात अनुकूल है। किसान चितिंत नहीं हो। धूप निकलने की स्थिति में खेतों की अत्याधिक नमी से निजात मिलेगी।
रविकांत सिंह जिला कृषि अधिकारी