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झांसी। शहर की दुर्गा व गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए अब भक्तों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। विसर्जन स्थल लक्ष्मी ताल के निकट स्थित चौपड़ा को नगर निगम द्वारा बाइस लाख रुपये की लागत से पक्का कराया जा रहा है। साथ ही साफ पानी के लिए इसमें दो बोरिंग भी कराई जा रही है। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं।
शहर की गणेश व दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन लक्ष्मीताल के निकट स्थित चौपड़ा में किया जाता है। लेकिन, चौपड़ा का पानी गंदा होने की वजह से पिछली बार कमेटियों ने इस स्थान पर विसर्जन से हाथ खड़े कर दिए थे। इसके बाद निगम द्वारा ताल की सफाई कराकर इसमें साफ पानी भरवाया था। लेकिन, बाद मेें अब फिर चौपड़ा का पानी गंदा हो गया है।
इसके स्थायी समाधान के लिए नगर निगम ने चौपड़ा के सुदृढ़ीकरण की योजना बनाई है। इसके तहत ताल की चौहद्दी व तलहटी को आरसीसी का बनाया जाएगा। इसके अलावा इसमें दो बोरिंग भी कराई जाएंगी, ताकि गंदे पानी को बाहर निकालकर बोरिंग से दोबारा चौपड़ा में साफ पानी भरा जा सके। मूर्ति विसर्जन के तुरंत बाद निगम चौपड़ा की सफाई कर उसमें साफ पानी भरेगा।
‘चौपड़ा के सुदृढ़ीकरण का काम दो माह में पूरा कर लिया जाएगा। मूर्ति विसर्जन के तुरंत बाद गंदा पानी निकालकर इसमें साफ पानी भर दिया जाएगा। पक्का होने की वजह से इसकी सफाई करना आसान होगा।’
- किरण राजू बुकसेलर, मेयर
झांसी। शहर की दुर्गा व गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए अब भक्तों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। विसर्जन स्थल लक्ष्मी ताल के निकट स्थित चौपड़ा को नगर निगम द्वारा बाइस लाख रुपये की लागत से पक्का कराया जा रहा है। साथ ही साफ पानी के लिए इसमें दो बोरिंग भी कराई जा रही है। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं।
शहर की गणेश व दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन लक्ष्मीताल के निकट स्थित चौपड़ा में किया जाता है। लेकिन, चौपड़ा का पानी गंदा होने की वजह से पिछली बार कमेटियों ने इस स्थान पर विसर्जन से हाथ खड़े कर दिए थे। इसके बाद निगम द्वारा ताल की सफाई कराकर इसमें साफ पानी भरवाया था। लेकिन, बाद मेें अब फिर चौपड़ा का पानी गंदा हो गया है।
इसके स्थायी समाधान के लिए नगर निगम ने चौपड़ा के सुदृढ़ीकरण की योजना बनाई है। इसके तहत ताल की चौहद्दी व तलहटी को आरसीसी का बनाया जाएगा। इसके अलावा इसमें दो बोरिंग भी कराई जाएंगी, ताकि गंदे पानी को बाहर निकालकर बोरिंग से दोबारा चौपड़ा में साफ पानी भरा जा सके। मूर्ति विसर्जन के तुरंत बाद निगम चौपड़ा की सफाई कर उसमें साफ पानी भरेगा।
‘चौपड़ा के सुदृढ़ीकरण का काम दो माह में पूरा कर लिया जाएगा। मूर्ति विसर्जन के तुरंत बाद गंदा पानी निकालकर इसमें साफ पानी भर दिया जाएगा। पक्का होने की वजह से इसकी सफाई करना आसान होगा।’
- किरण राजू बुकसेलर, मेयर