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अमेरिका, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों में बसे भारतीय मूल के अप्रवासी भारतीय (एनआरआई) दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाएंगे। इसके लिए घरों को सजाया गया है। रंग-रोगन कराके लाइटिंग के विशेष इंतजाम किए गए हैं। दिवाली 30 अक्तूबर को है लेकिन एनआरआई अभी से उत्साहित हैं।
विदेशों में बसे भारतीय दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करके मस्ती करते हैं। कैंडल, घी के दीये जलाये जाते हैं। पूजा होती है। खाने-पीने का विशेष इंतजाम किए गए हैं। अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में रहने वाले शहर के सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर आलोक गुप्ता का कहना है कि वाशिंगटन डीसी में 60 भारतीय परिवार रहते हैं। सब मिलकर हर साल दिवाली मनाते हैं। इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा। पत्नी और बेटी ने डांस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है। अभी से एहसास हो रहा है कि जैसे भारत में रहकर दिवाली मनाएंगे। पूरा परिवार 10 साल से दिवाली मना रहा है। आलोक ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई आरके मिशन स्कूल से पूरी की है।
एप्पल यूएसए में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुशील गुप्ता ने शनिवार की रात 12 बजे दिवाली मनाने का फैसला किया है। वह अमेरिका के कैलीफोर्निया स्टेट के फ्रेमांट सिटी में रहते हैं। आरके मिशन स्कूल चंद्र नगर से पढ़कर अमेरिका पहुंचने वाले सुशील गुप्ता ने कहा कि भारत में 2002 से दिवाली नहीं मनाई है। भारतीय दिवाली को मिस करते हैं। अमेरिका में दिवाली मनाते हैं लेकिन वह आनंद नहीं आता है। इस बार कुछ पारिवारिक सदस्य अमेरिका आ रहे हैं। उनके साथ मिलकर दिवाली मनाएंगे। इसके लिए घर को खूब सजाया-संवारा गया है।
इंग्लैंड (लंदन) में रहने वाले लाल बंगला के विनय गुलाटी भी दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाएंगे। वह एक्सेंचर कंपनी में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पत्नी और बेटी के साथ इंग्लैंड में रहने वाले विनय गुलाटी का कहना है कि दिवाली के बहाने भारतीय एकत्रित होते हैं। एक दूसरे के सुख-दु:ख बांटकर दिये का त्योहार मनाते हैं। इससे सामाजिक दायरा भी बढ़ता है। दिवाली को देखते हुए भारतीयों ने अपने-अपने घरों को खासतौर पर सजाया है। लाइटिंग के विशेष इंतजाम हैं। हर घर पर झालर लटके हैं। विनय ने बीटेक की पढ़ाई आईआईटी कानपुर से पूरी है।
अमेरिका, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों में बसे भारतीय मूल के अप्रवासी भारतीय (एनआरआई) दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाएंगे। इसके लिए घरों को सजाया गया है। रंग-रोगन कराके लाइटिंग के विशेष इंतजाम किए गए हैं। दिवाली 30 अक्तूबर को है लेकिन एनआरआई अभी से उत्साहित हैं।
विदेशों में बसे भारतीय दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करके मस्ती करते हैं। कैंडल, घी के दीये जलाये जाते हैं। पूजा होती है। खाने-पीने का विशेष इंतजाम किए गए हैं। अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में रहने वाले शहर के सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर आलोक गुप्ता का कहना है कि वाशिंगटन डीसी में 60 भारतीय परिवार रहते हैं। सब मिलकर हर साल दिवाली मनाते हैं। इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा। पत्नी और बेटी ने डांस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है। अभी से एहसास हो रहा है कि जैसे भारत में रहकर दिवाली मनाएंगे। पूरा परिवार 10 साल से दिवाली मना रहा है। आलोक ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई आरके मिशन स्कूल से पूरी की है।
एप्पल यूएसए में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुशील गुप्ता ने शनिवार की रात 12 बजे दिवाली मनाने का फैसला किया है। वह अमेरिका के कैलीफोर्निया स्टेट के फ्रेमांट सिटी में रहते हैं। आरके मिशन स्कूल चंद्र नगर से पढ़कर अमेरिका पहुंचने वाले सुशील गुप्ता ने कहा कि भारत में 2002 से दिवाली नहीं मनाई है। भारतीय दिवाली को मिस करते हैं। अमेरिका में दिवाली मनाते हैं लेकिन वह आनंद नहीं आता है। इस बार कुछ पारिवारिक सदस्य अमेरिका आ रहे हैं। उनके साथ मिलकर दिवाली मनाएंगे। इसके लिए घर को खूब सजाया-संवारा गया है।
इंग्लैंड (लंदन) में रहने वाले लाल बंगला के विनय गुलाटी भी दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाएंगे। वह एक्सेंचर कंपनी में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पत्नी और बेटी के साथ इंग्लैंड में रहने वाले विनय गुलाटी का कहना है कि दिवाली के बहाने भारतीय एकत्रित होते हैं। एक दूसरे के सुख-दु:ख बांटकर दिये का त्योहार मनाते हैं। इससे सामाजिक दायरा भी बढ़ता है। दिवाली को देखते हुए भारतीयों ने अपने-अपने घरों को खासतौर पर सजाया है। लाइटिंग के विशेष इंतजाम हैं। हर घर पर झालर लटके हैं। विनय ने बीटेक की पढ़ाई आईआईटी कानपुर से पूरी है।