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सुरजन नगर के मदरसे का शिक्षक मोहम्मद हाफिज वकील भले ही नेत्रहीन है। चलने-फिरने में भी दिक्कत है मगर उसके इरादे खतरनाक हैं। उसका मानना है कि तालिबानियों को दुनिया भर में झूठा फंसाया जा रहा है। वह उन्हें आजाद कराना चाहता है। बोला अगर मौका मिले तो वह अपने भाइयों (तालिबानी) को बचाने के लिए धमाके करने को भी तैयार है। पुलिस ने आरोपी मो. हाफिज वकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मंगलवार दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
रविवार रात पुलिस कंट्रोल रूम में धमकी भरी कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का सदस्य बताया था। उसने धमकी दी थी। आरएसएस और हिन्दू संगठन मुसलमानों के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं। ऐसे संगठनों पर बैन लगाया जाए। साथ ही उसने कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह जिले में कई धमाके करेगा। धमकी मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। सर्विलांस टीम ने मोबाइल नंबर ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन ठाकुरद्वारा के सुरजननगर में आई।
पुलिस ने दबिश देकर आरोपी को पकड़ लिया था। पुलिस टीम भी वकील की हालत देखकर हैरान रह गई। क्योंकि वह नेत्रहीन है। शुुरुआत में लगा कि शायद किसी दूसरे व्यक्ति ने शरारत की है। लेकिन जब उससे पूछताछ की तो उसके मकसद का खुलासा हुआ। उससे साफ कहा कि मैं जानता था कि पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर है। पकड़ा गया तो जेल भी जाना पड़ सकता है। लेकिन दुनिया भर में हमारे भाइयों को फंसा जा रहा है। उसने बताया कि मैंने केवल धमकी नहीं दी है। अगर मौका मिले तो धमाके करने को भी तैयार हूं। पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में मो. वकील के खिलाफ सांप्रादायिक उन्माद भड़काने की कोशिश करना और धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सुरजन नगर के मदरसे का शिक्षक मोहम्मद हाफिज वकील भले ही नेत्रहीन है। चलने-फिरने में भी दिक्कत है मगर उसके इरादे खतरनाक हैं। उसका मानना है कि तालिबानियों को दुनिया भर में झूठा फंसाया जा रहा है। वह उन्हें आजाद कराना चाहता है। बोला अगर मौका मिले तो वह अपने भाइयों (तालिबानी) को बचाने के लिए धमाके करने को भी तैयार है। पुलिस ने आरोपी मो. हाफिज वकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मंगलवार दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
रविवार रात पुलिस कंट्रोल रूम में धमकी भरी कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का सदस्य बताया था। उसने धमकी दी थी। आरएसएस और हिन्दू संगठन मुसलमानों के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं। ऐसे संगठनों पर बैन लगाया जाए। साथ ही उसने कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह जिले में कई धमाके करेगा। धमकी मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। सर्विलांस टीम ने मोबाइल नंबर ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन ठाकुरद्वारा के सुरजननगर में आई।
पुलिस ने दबिश देकर आरोपी को पकड़ लिया था। पुलिस टीम भी वकील की हालत देखकर हैरान रह गई। क्योंकि वह नेत्रहीन है। शुुरुआत में लगा कि शायद किसी दूसरे व्यक्ति ने शरारत की है। लेकिन जब उससे पूछताछ की तो उसके मकसद का खुलासा हुआ। उससे साफ कहा कि मैं जानता था कि पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर है। पकड़ा गया तो जेल भी जाना पड़ सकता है। लेकिन दुनिया भर में हमारे भाइयों को फंसा जा रहा है। उसने बताया कि मैंने केवल धमकी नहीं दी है। अगर मौका मिले तो धमाके करने को भी तैयार हूं। पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में मो. वकील के खिलाफ सांप्रादायिक उन्माद भड़काने की कोशिश करना और धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।