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उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला अस्पताल के वार्ड ब्वॉय की रविवार शाम अचानक मौत हो गई। शनिवार को वार्ड ब्वॉय को कोरोना का टीका लगा था। रविवार को सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी होने पर परिजन वार्ड ब्वॉय को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टर के मुताबिक लक्षण हार्ट अटैक के थे। मौत की वजह हार्ट अटैक हो सकती है। बाकी पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी। 46 वर्षीय महिपाल सिंह जिला अस्पताल में वार्ड ब्वॉय के पद पर तैनात थे। उनकी ड्यूटी सर्जिकल वार्ड में चल रही थी। वह परिवार के साथ टाउन हॉल स्थित सरकारी आवास में रहते थे। परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है। परिजनों के मुताबिक शनिवार को उन्हें कोरोना का टीका लगाया गया था। रविवार को सीने में दर्द और सांस लेने पर परेशानी होने परजिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। जहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद परिजन शव लेकर घर आ गए। वहीं जानकारी होने पर सीएमओ और अन्य अधिकारी महिपाल सिंह के घर पहुंचे। उनकी मौत की सूचना पर प्रशासन में खलबली मच गई। सीएमओ डॉ. एमसी गर्ग ने तत्काल उनके घर का रुख किया। महिपाल के बेटे विशाल का कहना है कि शनिवार रात में पिता को परेशानी महसूस हो रही थी। सुबह को उन्हें 101 डिग्री बुखार भी था।
- जब से कोरोना का वैक्सीनेशन हुआ था, तब से पिताजी की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी थी। सांस फूलने और खांसी की शिकायत होने लगी थी। आज (रविवार) सुबह 101 डिग्री बुखार था। शाम को पिता को लेकर पहुंचे तो वहां कोई सुनवाई करने वाला नहीं था। स्ट्रेचर खुद लेकर आए और फिर इमरजेंसी में पहुंचाया गया। वहां कोई देखने वाला नहीं था। बहन ने पिता को ऑक्सीजन लगाया। डॉक्टर ने पल्स, हार्ट बीट देखा और बताया कि देर हो गई। -विशाल, महिपाल सिंह के पुत्र
- महिपाल सिंह को मृत अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया था। फिर भी उनका परीक्षण किया गया। अस्पताल लाने से करीब आधा घंटे पहले उनकी मौत हो गई थी। परिजनों के कहने पर दो तीन बार उनका चेकअप किया। परिजनों ने बताया कि उन्हें सुबह घराहट हुई थी, दवा दे दी थी। शनिवार शाम भी उन्हें सीने में दर्द हुआ था। मेरा मानना है कि महिपाल को पहले साइलेंट अटैक हुआ होगा, इसका उन्हें पता नहीं चला होगा। 99 फीसदी मौत की वजह हार्ट अटैक है। - डॉ. पवन कुमार, ईएमओ
- महिपाल सिंह को कोरोना का टीका लगा था। उन्हें सीने में दर्द और सांस फूलने की शिकायत हुई थी। इमरजेंसी में फिजीशियन को भी बुलाया गया था। मौत की वजह हार्ट अटैक जैसी लग रही है। परिजन शव लेकर चले गए। इस संबंध में अग्रिम कार्रवाई के लिए पुलिस को सूचना दे दी गई है। - डॉ. राजेंद्र कुमार, चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल
सीएमओ को उनके घर भेजा गया है। वे पूरी जांच करेंगे। पोस्टमार्टम के जरिए ही पता चल सकेगा कि मौत क्यों हुई है। यदि पोस्टमार्टम में पता नहीं चला तो विसरा प्रिजर्व कराया जाएगा। कोरोना वैक्सीन तो पूरी जांच पड़ताल के बाद ही पूरे देश में स्वास्थ्यकर्मियों को लगाई गई है। कहीं से भी इसके दुष्परिणाम की कोई सूचना नहीं आ रही है। फिर भी इस पूरे मामले की मेडिकल जांच होगी। - राकेश कुमार सिंह, डीएम
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला अस्पताल के वार्ड ब्वॉय की रविवार शाम अचानक मौत हो गई। शनिवार को वार्ड ब्वॉय को कोरोना का टीका लगा था। रविवार को सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी होने पर परिजन वार्ड ब्वॉय को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टर के मुताबिक लक्षण हार्ट अटैक के थे। मौत की वजह हार्ट अटैक हो सकती है। बाकी पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी। 46 वर्षीय महिपाल सिंह जिला अस्पताल में वार्ड ब्वॉय के पद पर तैनात थे। उनकी ड्यूटी सर्जिकल वार्ड में चल रही थी। वह परिवार के साथ टाउन हॉल स्थित सरकारी आवास में रहते थे। परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है। परिजनों के मुताबिक शनिवार को उन्हें कोरोना का टीका लगाया गया था। रविवार को सीने में दर्द और सांस लेने पर परेशानी होने परजिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। जहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद परिजन शव लेकर घर आ गए। वहीं जानकारी होने पर सीएमओ और अन्य अधिकारी महिपाल सिंह के घर पहुंचे। उनकी मौत की सूचना पर प्रशासन में खलबली मच गई। सीएमओ डॉ. एमसी गर्ग ने तत्काल उनके घर का रुख किया। महिपाल के बेटे विशाल का कहना है कि शनिवार रात में पिता को परेशानी महसूस हो रही थी। सुबह को उन्हें 101 डिग्री बुखार भी था।
- जब से कोरोना का वैक्सीनेशन हुआ था, तब से पिताजी की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी थी। सांस फूलने और खांसी की शिकायत होने लगी थी। आज (रविवार) सुबह 101 डिग्री बुखार था। शाम को पिता को लेकर पहुंचे तो वहां कोई सुनवाई करने वाला नहीं था। स्ट्रेचर खुद लेकर आए और फिर इमरजेंसी में पहुंचाया गया। वहां कोई देखने वाला नहीं था। बहन ने पिता को ऑक्सीजन लगाया। डॉक्टर ने पल्स, हार्ट बीट देखा और बताया कि देर हो गई।
-विशाल, महिपाल सिंह के पुत्र
- महिपाल सिंह को मृत अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया था। फिर भी उनका परीक्षण किया गया। अस्पताल लाने से करीब आधा घंटे पहले उनकी मौत हो गई थी। परिजनों के कहने पर दो तीन बार उनका चेकअप किया। परिजनों ने बताया कि उन्हें सुबह घराहट हुई थी, दवा दे दी थी। शनिवार शाम भी उन्हें सीने में दर्द हुआ था। मेरा मानना है कि महिपाल को पहले साइलेंट अटैक हुआ होगा, इसका उन्हें पता नहीं चला होगा। 99 फीसदी मौत की वजह हार्ट अटैक है।
- डॉ. पवन कुमार, ईएमओ
- महिपाल सिंह को कोरोना का टीका लगा था। उन्हें सीने में दर्द और सांस फूलने की शिकायत हुई थी। इमरजेंसी में फिजीशियन को भी बुलाया गया था। मौत की वजह हार्ट अटैक जैसी लग रही है। परिजन शव लेकर चले गए। इस संबंध में अग्रिम कार्रवाई के लिए पुलिस को सूचना दे दी गई है।
- डॉ. राजेंद्र कुमार, चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल
सीएमओ को उनके घर भेजा गया है। वे पूरी जांच करेंगे। पोस्टमार्टम के जरिए ही पता चल सकेगा कि मौत क्यों हुई है। यदि पोस्टमार्टम में पता नहीं चला तो विसरा प्रिजर्व कराया जाएगा। कोरोना वैक्सीन तो पूरी जांच पड़ताल के बाद ही पूरे देश में स्वास्थ्यकर्मियों को लगाई गई है। कहीं से भी इसके दुष्परिणाम की कोई सूचना नहीं आ रही है। फिर भी इस पूरे मामले की मेडिकल जांच होगी।
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राकेश कुमार सिंह, डीएम