पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
टीएमयू में भर्ती मुरादाबाद मंडल के सबसे उम्रदराज 103 वर्षीय पवन कुमार मिश्रा ने कोरोना को मात देकर जंग जीत ली। बुजुर्ग को मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। उनका हौसला और सकारात्मक सोच देख टीएमयू के चिकित्सकों ने उनको सलाम किया।
टीएमयू कोविड अस्पताल के नोडल अधिकारी डा. वीके सिंह ने बताया कि 22 सितंबर को कोतवाली संभल निवासी 103 वर्षीय पवन कुमार मिश्रा टीएमयू में भर्ती हुए। उनको बुखार और सांस लेने में परेशानी थी। ऑक्सीजन सपोर्ट पर उनको भर्ती कराया गया। आरटीपीसीआर सैंपल में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
उम्रदराज होने के कारण उनको आईसीयू में शिफ्ट किया गया। तब उनका एसपीओ लेवल 86 फीसदी और हीमोग्लोबिन 6.4 था। प्लेटलेट्स भी कम थे। उनको दो यूनिट ब्लड के साथ प्लेटलेट्स के जंबो पैक चढ़ाए गए।
डा. वीके सिंह ने बताया कि डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ की निगरानी में पवन कुमार मिश्रा की तेजी से रिकवरी हुई। एक अक्टूबर को उनको एचडीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया। उनका ऑक्सीजन लेवल 98 फीसदी पर आ गया। तीन अक्टूबर को ऑक्सीजन सपोर्ट भी हटा दिया।
बुजुर्ग ने सकारात्मक सोच और बेहतर चिकित्सा से कोरोना को 15 दिन में मात दे दी। टीएमयू के कुलाधिपति सुरेश जैन और ग्रुप वाइस चेयरमैन मनीष जैन ने सभी डाक्टरों, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ और सहायक स्टाफ को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा स्टाफ के अथक प्रयासों से पवन कुमार मिश्रा स्वस्थ होकर घर लौटे हैं।
टीएमयू में भर्ती मुरादाबाद मंडल के सबसे उम्रदराज 103 वर्षीय पवन कुमार मिश्रा ने कोरोना को मात देकर जंग जीत ली। बुजुर्ग को मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। उनका हौसला और सकारात्मक सोच देख टीएमयू के चिकित्सकों ने उनको सलाम किया।
टीएमयू कोविड अस्पताल के नोडल अधिकारी डा. वीके सिंह ने बताया कि 22 सितंबर को कोतवाली संभल निवासी 103 वर्षीय पवन कुमार मिश्रा टीएमयू में भर्ती हुए। उनको बुखार और सांस लेने में परेशानी थी। ऑक्सीजन सपोर्ट पर उनको भर्ती कराया गया। आरटीपीसीआर सैंपल में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
उम्रदराज होने के कारण उनको आईसीयू में शिफ्ट किया गया। तब उनका एसपीओ लेवल 86 फीसदी और हीमोग्लोबिन 6.4 था। प्लेटलेट्स भी कम थे। उनको दो यूनिट ब्लड के साथ प्लेटलेट्स के जंबो पैक चढ़ाए गए।
डा. वीके सिंह ने बताया कि डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ की निगरानी में पवन कुमार मिश्रा की तेजी से रिकवरी हुई। एक अक्टूबर को उनको एचडीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया। उनका ऑक्सीजन लेवल 98 फीसदी पर आ गया। तीन अक्टूबर को ऑक्सीजन सपोर्ट भी हटा दिया।
बुजुर्ग ने सकारात्मक सोच और बेहतर चिकित्सा से कोरोना को 15 दिन में मात दे दी। टीएमयू के कुलाधिपति सुरेश जैन और ग्रुप वाइस चेयरमैन मनीष जैन ने सभी डाक्टरों, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ और सहायक स्टाफ को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा स्टाफ के अथक प्रयासों से पवन कुमार मिश्रा स्वस्थ होकर घर लौटे हैं।