न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: गीतार्जुन गौतम
Updated Mon, 30 Nov 2020 12:09 PM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस में देव दीपावली की अनुपम छटा निहारने के लिए एक घंटे से ज्यादा समय गंगा में जल विहार करेंगे। इस एक घंटे में प्रधानमंत्री की नाव गंगा के तीन चक्कर लगाकर 12 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा करेगी। गंगा में पीएम की मौजूदगी के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिर्जामुराद की जनसभा के बाद हेलीकॉप्टर से राजघाट पहुंचेंगे और यहां से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का सफर नाव से करेंगे। कॉरिडोर के निरीक्षण के बाद वह नाव से वापस राजघाट आएंगे और यहां से संत रविदास घाट तक देव दीपावली की छटा निहारेंगे।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि सुरक्षा के लिए नावों में सवार होने वाले प्रत्येक यात्री की जांच की जाएगी। कोई भी ज्वलनशील पदार्थ और आपत्तिजनक वस्तु ले जाना वर्जित होगा। पंद्रह घाटों पर संस्कृति विभाग द्वारा और पीएम के रास्ते पर 20 से अधिक स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जिला प्रशासन ने अनुरोध किया है कि लोग अपने घरों को दीये, मोमबत्ती और बिजली की झालर से सजाएं, लेकिन डीजे बजाने और आतिशबाजी से बचें। जिन लोगों के यहां शादी है, वे म्यूजिक का इस्तेमाल अपने परिसर के अंदर ही करें।
ड्रोन और आतिशबाजी पर प्रतिबंध
देव दीपावली और शादियों से होने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के लिए 4 दिन तक (28 नवंबर से 1 दिसंबर) तक ड्रोन और उड़ने वाली वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया गया है। जिलाधिकारी ने यह सूचना होटल और मैरिज लॉन वालों को भी भेजी है। 30 नवंबर तक आतिशबाजी पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
दो दिन से बढ़े हुए कोहरे और देव दीपावली पर धुएं की वजह से विजिबिलिटी कम न हो, इसके लिए आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। जिलाधिकारी की ओर से कहा गया है कि जो संस्थाएं पारंपरिक रूप से घाटों पर आरती या सांस्कृतिक कार्यक्रम करती हैं, वह इस बार भी उत्साह से करें, उन्हें इसकी अनुमति है, लेकिन डीजे की अनुमति नहीं होगी।
कोरोना जांच के बाद मिलेगा प्रवेश
जिलाधिकरी ने बताया कि राजघाट का कार्यक्रम पूर्ण रूप से निमंत्रण कार्ड पर आधारित है। लोग कोई ऐसी वस्तु अपने साथ न लाएं जो सुरक्षा के कारण प्रतिबंधित हो, अन्यथा प्रवेश नहीं कर पाएंगे। यहां आने वाले सभी लोगों के तापमान की जांच कराई जाएगी। जिन्हें बुखार होगा, वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस में देव दीपावली की अनुपम छटा निहारने के लिए एक घंटे से ज्यादा समय गंगा में जल विहार करेंगे। इस एक घंटे में प्रधानमंत्री की नाव गंगा के तीन चक्कर लगाकर 12 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा करेगी। गंगा में पीएम की मौजूदगी के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिर्जामुराद की जनसभा के बाद हेलीकॉप्टर से राजघाट पहुंचेंगे और यहां से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का सफर नाव से करेंगे। कॉरिडोर के निरीक्षण के बाद वह नाव से वापस राजघाट आएंगे और यहां से संत रविदास घाट तक देव दीपावली की छटा निहारेंगे।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि सुरक्षा के लिए नावों में सवार होने वाले प्रत्येक यात्री की जांच की जाएगी। कोई भी ज्वलनशील पदार्थ और आपत्तिजनक वस्तु ले जाना वर्जित होगा। पंद्रह घाटों पर संस्कृति विभाग द्वारा और पीएम के रास्ते पर 20 से अधिक स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जिला प्रशासन ने अनुरोध किया है कि लोग अपने घरों को दीये, मोमबत्ती और बिजली की झालर से सजाएं, लेकिन डीजे बजाने और आतिशबाजी से बचें। जिन लोगों के यहां शादी है, वे म्यूजिक का इस्तेमाल अपने परिसर के अंदर ही करें।
ड्रोन और आतिशबाजी पर प्रतिबंध
देव दीपावली और शादियों से होने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के लिए 4 दिन तक (28 नवंबर से 1 दिसंबर) तक ड्रोन और उड़ने वाली वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया गया है। जिलाधिकारी ने यह सूचना होटल और मैरिज लॉन वालों को भी भेजी है। 30 नवंबर तक आतिशबाजी पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
दो दिन से बढ़े हुए कोहरे और देव दीपावली पर धुएं की वजह से विजिबिलिटी कम न हो, इसके लिए आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। जिलाधिकारी की ओर से कहा गया है कि जो संस्थाएं पारंपरिक रूप से घाटों पर आरती या सांस्कृतिक कार्यक्रम करती हैं, वह इस बार भी उत्साह से करें, उन्हें इसकी अनुमति है, लेकिन डीजे की अनुमति नहीं होगी।
कोरोना जांच के बाद मिलेगा प्रवेश
जिलाधिकरी ने बताया कि राजघाट का कार्यक्रम पूर्ण रूप से निमंत्रण कार्ड पर आधारित है। लोग कोई ऐसी वस्तु अपने साथ न लाएं जो सुरक्षा के कारण प्रतिबंधित हो, अन्यथा प्रवेश नहीं कर पाएंगे। यहां आने वाले सभी लोगों के तापमान की जांच कराई जाएगी। जिन्हें बुखार होगा, वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे।