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तीन दिन पूर्व कमेटपानी जंगल के गधेरे से बरामद हुए सिर कटे कंकाल की शिनाख्त पिलखोली गांव के संजय सिंह फर्त्याल के रूप में हुई है। मृतक की मां और बहन ने कपड़ों से उसकी शिनाख्त की। संजय 14 जनवरी से घर से लापता था और परिजनों ने राजस्व पुलिस में उसकी गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। इधर, तीन दिनों से कंकाल को राजकीय अस्पताल में शिनाख्त के लिए रखा गया था। राजस्व पुलिस मामले में हत्या की आशंका से भी इन्कार नहीं कर रही है। फिलहाल परिजनों की ओर से रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है।
बता दें कि 26 मार्च की सुबह ताड़ीखेत विकासखंड के कमेटपानी जंगल के गधेरे में ग्रामीणों की सूचना पर राजस्व पुलिस को सिर कटा कंकाल बरामद हुआ था। शव पूरी तरह से गल चुका था, कंकाल पर जैकेट और पैंट थी। राजस्व पुलिस ने राजकीय अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया और शिनाख्त के लिए शव को अस्पताल में ही रखा गया था।
इधर, मंगलवार को 72 घंटे पूरे होने के बाद सुबह जनसेवा समिति के अध्यक्ष सतीश पांडे और उनके साथी शव की अंत्येष्टि की तैयारी में थे। इसी बीच पिलखोली से गंगा देवी पत्नी स्व. धरम सिंह और उनकी बेटी मनीषा अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों द्वारा कपड़े दिखाए जाने पर गंगा देवी और मनीषा ने उन्हें तुरंत पहचान लिया और फूट-फूट कर रोने लगीं। मां और बेटी ने बताया कि संजय 14 जनवरी से लापता था, उन्होंने पन्याली राजस्व चौकी में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी।
राजस्व उपनिरीक्षक कुंदन सिंह बिष्ट ने शिनाख्त के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वहीं, गंगोड़ा ग्राम सभा के प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी ने भी मामले के जल्द खुलासे की मांग की है। इधर, पन्याली के राजस्व उप निरीक्षक गणेश अधिकारी ने बताया कि अभी तक परिजनों की तरफ से हत्या से संबंधित कोई भी रिपोर्ट नहीं आई है। प्रथम दृष्टया हत्या की ही आशंका है। मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।
तीन दिन पूर्व कमेटपानी जंगल के गधेरे से बरामद हुए सिर कटे कंकाल की शिनाख्त पिलखोली गांव के संजय सिंह फर्त्याल के रूप में हुई है। मृतक की मां और बहन ने कपड़ों से उसकी शिनाख्त की। संजय 14 जनवरी से घर से लापता था और परिजनों ने राजस्व पुलिस में उसकी गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। इधर, तीन दिनों से कंकाल को राजकीय अस्पताल में शिनाख्त के लिए रखा गया था। राजस्व पुलिस मामले में हत्या की आशंका से भी इन्कार नहीं कर रही है। फिलहाल परिजनों की ओर से रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है।
बता दें कि 26 मार्च की सुबह ताड़ीखेत विकासखंड के कमेटपानी जंगल के गधेरे में ग्रामीणों की सूचना पर राजस्व पुलिस को सिर कटा कंकाल बरामद हुआ था। शव पूरी तरह से गल चुका था, कंकाल पर जैकेट और पैंट थी। राजस्व पुलिस ने राजकीय अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया और शिनाख्त के लिए शव को अस्पताल में ही रखा गया था।
इधर, मंगलवार को 72 घंटे पूरे होने के बाद सुबह जनसेवा समिति के अध्यक्ष सतीश पांडे और उनके साथी शव की अंत्येष्टि की तैयारी में थे। इसी बीच पिलखोली से गंगा देवी पत्नी स्व. धरम सिंह और उनकी बेटी मनीषा अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों द्वारा कपड़े दिखाए जाने पर गंगा देवी और मनीषा ने उन्हें तुरंत पहचान लिया और फूट-फूट कर रोने लगीं। मां और बेटी ने बताया कि संजय 14 जनवरी से लापता था, उन्होंने पन्याली राजस्व चौकी में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी।
राजस्व उपनिरीक्षक कुंदन सिंह बिष्ट ने शिनाख्त के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वहीं, गंगोड़ा ग्राम सभा के प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी ने भी मामले के जल्द खुलासे की मांग की है। इधर, पन्याली के राजस्व उप निरीक्षक गणेश अधिकारी ने बताया कि अभी तक परिजनों की तरफ से हत्या से संबंधित कोई भी रिपोर्ट नहीं आई है। प्रथम दृष्टया हत्या की ही आशंका है। मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।