बदरीनाथ यात्रा के दौरान लामबगड़ में भूस्खलन क्षेत्र का जायजा लेते सीएम हरीश रावत।
- फोटो : Amar Ujala
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मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बदरीनाथ हाईवे के सुधारीकरण में तेजी लाने के निर्देश देते हुए अधिकारियों को हेमकुंड साहिब यात्रा शुरू होने से पहले यात्रा मार्ग पर बिजली, पानी और संचार की सुविधा प्राथमिकता से उपलब्ध कराने को कहा है। राज्य में कांग्रेस सरकार की बहाली के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत पत्नी रेणुका रावत और बेटी अनुपमा रावत के साथ बदरीनाथ धाम में मत्था टेकने पहुंचे।
मुख्यमंत्री मंगलवार सुबह 11 बजकर पांच मिनट पर हेलीकॉप्टर से हेमकुंड साहिब के प्रवेश द्वार गोविंदघाट पहुंचे। यहां से कार से बदरीनाथ धाम पहुंचे। बदरीनाथ हाईवे के डेंजर जोन लामबगड़ और बैनाकुली का स्थलीय निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने बीआरओ और लोनिवि के अधिकारियों को हाईवे के सुधारीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके उपरांत दोपहर पौने एक बजे मुख्यमंत्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। यहां उन्होंने करीब आधा घंटे तक परिवार संग पूजा-अर्चना की।
बदरीनाथ परिसर में विधायक राजेंद्र भंडारी, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा और मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने सीएम का फूल-मालाओं से स्वागत किया। तीर्थ पुरोहित समाज के ईठन लाल ध्यानी ने मुख्यमंत्री को बताया कि बामणी गांव के समीप बीते वर्ष हिमखंड टूटने से कई आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिला प्रशासन की ओर से उन्हें अभी तक क्षतिपूर्ति नहीं दी गई है।
सीएम ने ममले में जिलाधिकारी को शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए। नगर कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मण नैनवाल ने ऋषि गंगा से बामणी गांव को नुकसान से बचाने के लिए गंगा सुरक्षा योजना तैयार करने की मांग उठाई। करीब डेढ़ घंटा बदरीनाथ में बिताने के बाद सवा दो बजे मुख्यमंत्री गोविंदघाट के लिए रवाना हुए।
गोविंदघाट में उन्होंने हेमकुंड साहिब यात्रा को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को 25 मई से शुरू हो रही हेमकुंड यात्रा के मद्देनजर यात्रा मार्ग पर पेयजल, बिजली, पैदल रास्ते और संचार सुविधा यात्रा शुरू होने से पहले सुचारु करने के निर्देश दिए।
कहा कि पुलना में कार पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं होने तक गोविंदघाट से सीमित संख्या में वाहन आगे भेजे जाएं। कहा कि चार धाम के साथ ही इस बार हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर रिकार्ड तीर्थयात्री पहुंचेंगे। तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बदरीनाथ हाईवे के सुधारीकरण में तेजी लाने के निर्देश देते हुए अधिकारियों को हेमकुंड साहिब यात्रा शुरू होने से पहले यात्रा मार्ग पर बिजली, पानी और संचार की सुविधा प्राथमिकता से उपलब्ध कराने को कहा है। राज्य में कांग्रेस सरकार की बहाली के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत पत्नी रेणुका रावत और बेटी अनुपमा रावत के साथ बदरीनाथ धाम में मत्था टेकने पहुंचे।
मुख्यमंत्री मंगलवार सुबह 11 बजकर पांच मिनट पर हेलीकॉप्टर से हेमकुंड साहिब के प्रवेश द्वार गोविंदघाट पहुंचे। यहां से कार से बदरीनाथ धाम पहुंचे। बदरीनाथ हाईवे के डेंजर जोन लामबगड़ और बैनाकुली का स्थलीय निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने बीआरओ और लोनिवि के अधिकारियों को हाईवे के सुधारीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके उपरांत दोपहर पौने एक बजे मुख्यमंत्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। यहां उन्होंने करीब आधा घंटे तक परिवार संग पूजा-अर्चना की।
बदरीनाथ परिसर में विधायक राजेंद्र भंडारी, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा और मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने सीएम का फूल-मालाओं से स्वागत किया। तीर्थ पुरोहित समाज के ईठन लाल ध्यानी ने मुख्यमंत्री को बताया कि बामणी गांव के समीप बीते वर्ष हिमखंड टूटने से कई आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिला प्रशासन की ओर से उन्हें अभी तक क्षतिपूर्ति नहीं दी गई है।
सीएम ने ममले में जिलाधिकारी को शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए। नगर कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मण नैनवाल ने ऋषि गंगा से बामणी गांव को नुकसान से बचाने के लिए गंगा सुरक्षा योजना तैयार करने की मांग उठाई। करीब डेढ़ घंटा बदरीनाथ में बिताने के बाद सवा दो बजे मुख्यमंत्री गोविंदघाट के लिए रवाना हुए।
गोविंदघाट में उन्होंने हेमकुंड साहिब यात्रा को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को 25 मई से शुरू हो रही हेमकुंड यात्रा के मद्देनजर यात्रा मार्ग पर पेयजल, बिजली, पैदल रास्ते और संचार सुविधा यात्रा शुरू होने से पहले सुचारु करने के निर्देश दिए।
कहा कि पुलना में कार पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं होने तक गोविंदघाट से सीमित संख्या में वाहन आगे भेजे जाएं। कहा कि चार धाम के साथ ही इस बार हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर रिकार्ड तीर्थयात्री पहुंचेंगे। तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।