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खानपुर। एक छात्रा ने परिचित समेत दो लोगों पर सरकारी योजना का अनुदान दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। छात्रा की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
खानपुर थाना क्षेत्र के गिद्दावाली गांव निवासी रूपा ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके पिता बीरम सिंह की सात साल पहले मौत चुकी है। उनकी हबीबपुर कुड़ी निवासी एक व्यक्ति से दोस्ती थी। पिता के निधन के बाद भी वह घर आता रहता था। वर्ष 2016 में उसने रूपा को सरकारी योजना से दो लाख रुपये का अनुदान दिलाने की बात कही। साथ ही रुड़की के टोडा कल्याणपुर गांव में रहने वाली उसकी मौसी रेखा की बेटी निधि व छवि को भी इसका लाभ दिलाने का प्रस्ताव रखा। साथ ही इसमें करीब 30 हजार का खर्च आने की बात कही। हबीबपुर कुड़ी के ही उसके एक साथी ने रूपा और रेखा को विश्वास दिलाया कि उसकी बेटी को भी उसी ने योजना का लाभ दिलाया है।
रूपा, निधि और छवि के परिजनों ने दो बार में उसे 30 हजार रुपये दिए। इसके बाद उसने अपने परिवार के एक व्यक्ति को ब्लॉक प्रमुख बताकर खर्च के लिए और रकम मांगी। उन्होंने 20 हजार रुपये फिर दे दिए। इसके बाद भी वे योजना का लाभ दिलाने की बात कहकर चक्कर कटवाते रहे। इस दौरान उन्हें कई बार लक्सर, हरिद्वार व देहरादून भी बुलाया। छात्रा ने बताया कि उन्हें न तो सरकार से पैसा मिला और न ही व्यक्ति उनकी रकम लौटा रहे हैं। खानपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी है।
खानपुर। एक छात्रा ने परिचित समेत दो लोगों पर सरकारी योजना का अनुदान दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। छात्रा की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
खानपुर थाना क्षेत्र के गिद्दावाली गांव निवासी रूपा ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके पिता बीरम सिंह की सात साल पहले मौत चुकी है। उनकी हबीबपुर कुड़ी निवासी एक व्यक्ति से दोस्ती थी। पिता के निधन के बाद भी वह घर आता रहता था। वर्ष 2016 में उसने रूपा को सरकारी योजना से दो लाख रुपये का अनुदान दिलाने की बात कही। साथ ही रुड़की के टोडा कल्याणपुर गांव में रहने वाली उसकी मौसी रेखा की बेटी निधि व छवि को भी इसका लाभ दिलाने का प्रस्ताव रखा। साथ ही इसमें करीब 30 हजार का खर्च आने की बात कही। हबीबपुर कुड़ी के ही उसके एक साथी ने रूपा और रेखा को विश्वास दिलाया कि उसकी बेटी को भी उसी ने योजना का लाभ दिलाया है।
रूपा, निधि और छवि के परिजनों ने दो बार में उसे 30 हजार रुपये दिए। इसके बाद उसने अपने परिवार के एक व्यक्ति को ब्लॉक प्रमुख बताकर खर्च के लिए और रकम मांगी। उन्होंने 20 हजार रुपये फिर दे दिए। इसके बाद भी वे योजना का लाभ दिलाने की बात कहकर चक्कर कटवाते रहे। इस दौरान उन्हें कई बार लक्सर, हरिद्वार व देहरादून भी बुलाया। छात्रा ने बताया कि उन्हें न तो सरकार से पैसा मिला और न ही व्यक्ति उनकी रकम लौटा रहे हैं। खानपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी है।