गस्त्यमुनि ब्लॉक के हाट गांव के ग्रामीणों ने मंदाकिनी नदी पर तैयार की अस्थायी पुलिया।
- फोटो : RUDRAPRYAG
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बसुकेदार उप तहसील क्षेत्र को यातायात से जोड़ने के लिए एक दशक पूर्व हाट-बष्टी-बांसवाड़ा मोटर मार्ग का निर्माण हो चुका है, लेकिन मार्ग को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग से लिंक करने के लिए मंदाकिनी नदी पर स्वीकृत पुल का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को अगस्त्यमुनि पहुंचने के लिए 35 किमी दूरी तय करनी पड़ रही है। इस समस्या से निजात पाने के लिए ग्रामीणों ने नदी पर अस्थायी पुलिया का निर्माण शुरू कर दिया है।
हाट गांव के ग्रामीण गबनी गांव के समीप मंदाकिनी नदी किनारे पहुंचे और श्रमदान करते हुए कम बहाव वाले स्थान पर पत्थर व लकड़ियों से अस्थायी पुलिया का निर्माण शुरू कर दिया। गांव के सतेंद्र सिंह पडियार, पूर्व ग्राम प्रधान रामचंद्र गोस्वामी ने बताया कि पुल बनने से ग्रामीणों को आवागमन के लिए लंबी दूरी नहीं तय करनी पड़ेगी।
हाट-बष्ठी-बांसबाड़ा मोटर मार्ग को गौरीकुंड हाईवे से लिंक करने के लिए गबनी गांव में मंदाकिनी नदी पर 100 मीटर स्पान का पुल बनना है। डिजायन में अंतर के चलते दो माह पूर्व दोबारा 19 करोड़ का रिवाइज इस्टीमेट भेजा गया है।
- मनोज भट्ट, ईई, लोनिवि, ऊखीमठ
बसुकेदार उप तहसील क्षेत्र को यातायात से जोड़ने के लिए एक दशक पूर्व हाट-बष्टी-बांसवाड़ा मोटर मार्ग का निर्माण हो चुका है, लेकिन मार्ग को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग से लिंक करने के लिए मंदाकिनी नदी पर स्वीकृत पुल का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को अगस्त्यमुनि पहुंचने के लिए 35 किमी दूरी तय करनी पड़ रही है। इस समस्या से निजात पाने के लिए ग्रामीणों ने नदी पर अस्थायी पुलिया का निर्माण शुरू कर दिया है।
हाट गांव के ग्रामीण गबनी गांव के समीप मंदाकिनी नदी किनारे पहुंचे और श्रमदान करते हुए कम बहाव वाले स्थान पर पत्थर व लकड़ियों से अस्थायी पुलिया का निर्माण शुरू कर दिया। गांव के सतेंद्र सिंह पडियार, पूर्व ग्राम प्रधान रामचंद्र गोस्वामी ने बताया कि पुल बनने से ग्रामीणों को आवागमन के लिए लंबी दूरी नहीं तय करनी पड़ेगी।
हाट-बष्ठी-बांसबाड़ा मोटर मार्ग को गौरीकुंड हाईवे से लिंक करने के लिए गबनी गांव में मंदाकिनी नदी पर 100 मीटर स्पान का पुल बनना है। डिजायन में अंतर के चलते दो माह पूर्व दोबारा 19 करोड़ का रिवाइज इस्टीमेट भेजा गया है।
- मनोज भट्ट, ईई, लोनिवि, ऊखीमठ